जयपुर. राजस्थान रोडवेज की बसों को उत्तर प्रदेश में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. राजस्थान रोडवेज की निशुल्क मोक्ष कलश बस सेवा काफी दिनो से बंद पड़ी हुई है. रोडवेज प्रशासन की ओर से उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर अनुमति मांगी गई थी, लेकिन अनुमति नहीं दी गई. इसकी वजह से अस्थि कलशों का हरिद्वार में विसर्जन नहीं हो पा रहा है.
राजस्थान रोडवेज ने पिछले लॉकडाउन के दौरान अस्थि विसर्जन के लिए मोक्ष कलश निशुल्क बस सेवा की शुरुआत की थी. कोरोना की दूसरी लहर के चलते लॉकडाउन होने से रोडवेज प्रशासन ने निशुल्क मोक्ष कलश निशुल्क बस सेवा के संचालन के निर्देश दिए लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अनुमति नहीं मिलने के कारण यह बस हरिद्वार नहीं जा पा रही हैं. राजस्थान रोडवेज यूनियन इंटक के महामंत्री हनुमान सहाय भारद्वाज ने उत्तर प्रदेश सरकार से निशुल्क मोक्ष कलश बस यात्रा को यूपी में प्रवेश देने की मांग की है.
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कोरोना की दूसरी लहर के चलते प्रदेश में लॉकडाउन होने से 7 मई को राजस्थान रोडवेज बसों का संचालन बंद कर दिया गया था. राज्य सरकार के निर्देशों के बाद रोडवेज बसों का संचालन शुरू करने के निर्देश दिए गए, लेकिन उत्तर प्रदेश में बसों के प्रवेश की अनुमति नहीं मिलने से रोडवेज के निशुल्क मोक्ष कलश बस सेवा हरिद्वार नहीं जा पा रही हैं. कोरोना की दूसरी लहर के चलते प्रदेश में कई लोगों की मौत हुई जिनकी अस्थियों का विसर्जन हरिद्वार में नहीं हो पा रहा है.
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अगर उत्तर प्रदेश सरकार राजस्थान रोडवेज की बसों को प्रवेश की अनुमति दे, तो दिवगंत लोगों की अस्थियो का हरिद्वार में विसर्जन हो सकता है. रोडवेज की इंटक यूनियन ने मांग की है कि उत्तर प्रदेश सरकार अपनी हठधर्मिता को छोड़कर राजस्थान रोडवेज की मोक्ष कलश बस सेवा को प्रवेश की अनुमति दें. हरियाणा और उत्तराखंड की बस को भी प्रवेश दिया जा रहा है. कई प्राइवेट बसें भी उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर रहीं हैं. इसी तरह राजस्थान रोडवेज की बसों को भी उत्तर प्रदेश में प्रवेश की अनुमति दी जाए, क्योंकि राजस्थान रोडवेज की बस उत्तर प्रदेश होते हुए हरिद्वार पहुंचती हैं. बसों को प्रवेश की अनुमति दी जाए ताकि दिवंगत आत्माओं की अस्थियों का विसर्जन हो सके.
हनुमान सहाय भारद्वाज ने बताया कि सनातन धर्म अस्थियों का हरिद्वार में विसर्जन अनिवार्य होता है. राजस्थान रोडवेज प्रशासन की ओर से कई बार यूपी सरकार को पत्र लिखे गए हैं, लेकिन अभी तक अनुमति नहीं दी गई. इसलिए लोगों की भावनाओं को ध्यान रखते हुए यूपी सरकार को राजस्थान रोडवेज की मोक्ष कलश बसों के प्रवेश की अनुमति दी जानी चाहिए.