जयपुर. सुदूर गांवों के वो बच्चे जो ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं, उनके लिए राजस्थान शिक्षा विभाग ने अभिनव पहल की है. बच्चों की यह परेशानी दूर करने के लिए शिक्षा विभाग मोबाइल थिएटर वैन के माध्यम से इन बच्चों तक तैयार कंटेंट पहुंचाएगा.
इसके लिए शिक्षा विभाग एक स्वयंसेवी संगठन से एमओयू करने जा रहा है. फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में दो मोबाइल थिएटर वैन अलग-अलग जिलों के गांवों में चलाई जाएंगी. इसके लिए बाकायदा एक मिनी थिएयर तैयार किया गया है.
मंगलवार को शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने एनजीओ के प्रतिनिधियों से बातचीत की और प्रजेंटेशन देखा. इसके बाद मीडिया से बातचीत में शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा कि संस्था के प्रतिनिधियों ने आज अपना प्रजेंटेशन दिया है. इसके तहत मोबाइल मिनी थिएटर के माध्यम से शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किया गया कंटेंट मूवी या वीडियो के माध्यम से गांव-गांव जाकर बच्चों को दिखाएंगे.
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शिक्षा विभाग के नवाचारों को भी बच्चों और अभिभावकों तक इसके माध्यम से पहुंचाया जाएगा. उन्होंने बताया कि करीब 50 सीट वाले इस मिनी थिएटर में बच्चों को बिठाकर वीडियो मोड पर कंटेंट दिखाया जाएगा. इसका फायदा यह होगा कि जिन बच्चों के पास मोबाइल फोन नहीं है उन्हें भी ऑनलाइन पढ़ाई का फायदा मिल पाएगा. कई जगहों पर आज भी टीवी, इंटरनेट या थिएटर नहीं हैं. ऐसे बच्चे भी गांवों में बैठे-बैठे कई चीजें सीख सकते हैं.
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि आज की बैठक में इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी गई है. आगामी एक-दो दिन में एमओयू की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी. उसके बाद दो वैन अलग-अलग जिलों में जाकर बच्चों को सिखाएंगी. उनका कहना है कि आगे चलकर सरकार के अन्य विभाग भी इस संस्था के साथ एमओयू कर सकते हैं. ताकि उन विभागों की योजनाएं भी गांवों में लोगों तक पहुंचाई जा सकें.