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MLA सूर्यकांता व्यास ने विधानसभा में उठाया ये गंभीर मुद्दा, जिम्मेदार मंत्री बोले- मुझे नहीं है जानकारी

विधानसभा में विधायक सूर्यकांता व्यास ने 1030 प्रकरणों की जांच लंबित होने का मुद्दा उठाया. जिसका जवाब देते हुए मंत्री बीडी कल्ला घिरते नजर आए. इस संबंध में उन्हें कहना पड़ गया कि मुझे जानकारी नहीं है.

MLA सूर्यकांता व्यास ने विधानसभा में उठाया 1030 प्रकरणों की जांच लंबित होने का मुद्दा
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Published : Jul 11, 2019, 6:13 PM IST

जयपुर. प्रदेश के सरकारी विभागों में 16 सीसी के अंतर्गत 1030 प्रकरणों की जांच लंबित पड़ी है और उस पर अब तक कोई फैसला नहीं आ पाया है. राजस्थान विधानसभा में विधायक सूर्यकांता व्यास के सवाल के जवाब में ये जानकारी ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने दी. हालांकि इस दौरान पूछे गए सवालों के जवाब लिखित में विधायक को दिए गए, उससे सूर्यकांता व्यास आहत दिखीं और इस संबंध में नाराजगी उन्होंने सदन में भी खुलकर जताई.

इसलिए नाराज थी सूर्यकांता व्यास

विधायक सूर्यकांता व्यास ने कार्मिक विभाग से जुड़ा सवाल तो उठाया, लेकिन लिखित में जो जवाब उन्हें मिले, वह केवल एक लाइन और आधे लाइन के ही था. इसमें उत्तर भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं था. इस पर आपत्ति सूर्यकांता व्यास ने सदन में भी जताई और प्रश्न के साथ लिखित में मिले उत्तर को भी पढ़कर सुनाया. सीधे तौर पर मंत्री पर आरोप लगाया कि वह भ्रष्ट अधिकारियों को बचाना चाहते हैं. हालांकि इस दौरान मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है और जांच भी सतत रूप से चलती रहती है.

MLA सूर्यकांता व्यास ने विधानसभा में उठाया 1030 प्रकरणों की जांच लंबित होने का मुद्दा

इस दौरान बीडी कल्ला ने भी कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में कितने अधिकारियों की जांच हो गई और उन्हें दंडित कर दिया, ये भी जरा सदन में बता दें. ऐसे में नाराज होकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी बीच में बोल पड़े. कटारिया ने मंत्री से पूछा कि प्रकरण चाहे पिछली सरकार के हों, मंत्री जी आप ही ये बता दीजिए कि 3010 प्रकरण, जिनकी जांच लंबित चल रही है, उनमें सबसे पुराना प्रकरण कौन से साल का है. जवाब में मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. कटारिया ने कहा कि अगर दोषी हैं तो सजा मिलना चाहिए. लेकिन जांच के नाम पर कई साल तक कर्मचारियों को परिलाभ से महरूम रहना पड़ता है.

जयपुर. प्रदेश के सरकारी विभागों में 16 सीसी के अंतर्गत 1030 प्रकरणों की जांच लंबित पड़ी है और उस पर अब तक कोई फैसला नहीं आ पाया है. राजस्थान विधानसभा में विधायक सूर्यकांता व्यास के सवाल के जवाब में ये जानकारी ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने दी. हालांकि इस दौरान पूछे गए सवालों के जवाब लिखित में विधायक को दिए गए, उससे सूर्यकांता व्यास आहत दिखीं और इस संबंध में नाराजगी उन्होंने सदन में भी खुलकर जताई.

इसलिए नाराज थी सूर्यकांता व्यास

विधायक सूर्यकांता व्यास ने कार्मिक विभाग से जुड़ा सवाल तो उठाया, लेकिन लिखित में जो जवाब उन्हें मिले, वह केवल एक लाइन और आधे लाइन के ही था. इसमें उत्तर भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं था. इस पर आपत्ति सूर्यकांता व्यास ने सदन में भी जताई और प्रश्न के साथ लिखित में मिले उत्तर को भी पढ़कर सुनाया. सीधे तौर पर मंत्री पर आरोप लगाया कि वह भ्रष्ट अधिकारियों को बचाना चाहते हैं. हालांकि इस दौरान मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है और जांच भी सतत रूप से चलती रहती है.

MLA सूर्यकांता व्यास ने विधानसभा में उठाया 1030 प्रकरणों की जांच लंबित होने का मुद्दा

इस दौरान बीडी कल्ला ने भी कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में कितने अधिकारियों की जांच हो गई और उन्हें दंडित कर दिया, ये भी जरा सदन में बता दें. ऐसे में नाराज होकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी बीच में बोल पड़े. कटारिया ने मंत्री से पूछा कि प्रकरण चाहे पिछली सरकार के हों, मंत्री जी आप ही ये बता दीजिए कि 3010 प्रकरण, जिनकी जांच लंबित चल रही है, उनमें सबसे पुराना प्रकरण कौन से साल का है. जवाब में मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. कटारिया ने कहा कि अगर दोषी हैं तो सजा मिलना चाहिए. लेकिन जांच के नाम पर कई साल तक कर्मचारियों को परिलाभ से महरूम रहना पड़ता है.

Intro:प्रदेश में 16 सीसी के अंतर्गत 1030 प्रकरण जांच में लंबित
विधानसभा में उठा सवाल,घिरे मंत्री बीडी कल्ला

जयपुर (इंट्रो)
प्रदेश के सरकारी विभागों में 16 सीसी के अंतर्गत 1030 प्रकरण की जांच लंबित पड़ी है और उस पर अब तक कोई फैसला नहीं आ पाया है। राजस्थान विधानसभा में विधायक सूर्यकांता व्यास के लगे सवाल के जवाब में यह जानकारी ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने दी। हालांकि इस दौरान पूछे गए सवालों के जवाब लिखित में विधायक को दिए गए उससे सूर्यकांता व्यास आहत दिखी और उसकी नाराजगी उन्होंने सदन में भी खुलकर जताई।




Body:इसलिए नाराज थी सूर्यकांता व्यास-

दर्शन विधायक सूर्यकांता व्यास ने कार्मिक विभाग से जुड़े सवाल तो लगाया लेकिन इसके लिखित में जो जवाब उन्हें मिले वह मात्रक एक लाइन और आधे लाइन के ही थे जिसमें उत्तर भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं था इसके आपत्ति सूर्यकांता व्यास ने सदन में भी जताई और प्रश्न के साथ लिखित में मिले उत्तर को भी पढ़ कर सुनाया और सीधे तौर पर मंत्री पर आरोप लगाया कि वह भ्रष्ट अधिकारियों को बचाना चाहते हैं। हालांकि इस दौरान मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है और जांचें भी सतत रूप से चलती रहती है कलमी शोरा नदी कहां की पिछली बीजेपी सरकार के दौरान जातियों में कितने अधिकारियों को सजा मिल गई यह भी जरा देख ले। ऐसे में नाराज होकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया वी बीच में कूद गए। कटारिया ने मंत्री से पूछा प्रकरण चाहे पिछली सरकार के हो यही सरकार के मंत्री जी आप यह बता दीजिए कि 3010 प्रकरण जिनकी जांच लंबित चल रही है उनमें सबसे पुराना प्रकरण कौन से वर्ष का है तो जवाब में मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। कटारिया ने कहा यदि दोषी है सजा मिलना चाहिए लेकिन जांच के नाम पर सालों तक कर्मचारियों के परिलाभ से महरूम रहना पड़ता है।

bite- सूर्यकांता व्यास भाजपा विधायक सूरसागर

(नोट- इस खबर के साथ सूर्यकांता व्यास की बाइट भेजी है जबकि इसका वॉइस ओवर नहीं किया है क्योंकि मैं अभी विधानसभा में ही हूं)


Conclusion:bite- सूर्यकांता व्यास भाजपा विधायक सूरसागर

(नोट- इस खबर के साथ सूर्यकांता व्यास की बाइट भेजी है जबकि इसका वॉइस ओवर नहीं किया है क्योंकि मैं अभी विधानसभा में ही हूं)
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