जयपुर. राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही शनिवार को प्रश्नकाल की जगह शून्यकाल से शुरू हुई. जहां शून्यकाल में निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने आबू रोड नगर पालिका भ्रष्टाचार के मामले को लेकर ध्यानाकर्षण के जरिए उठाया. जैसे ही ध्यानाकर्षण प्रस्ताव संयम लोढ़ा ने रखा संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने भी खड़े होकर कहा कि इस ध्यानाकर्षण पर मेरा भी व्यवस्था का सवाल है कि भ्रष्टाचार के मामले उठाने की एक व्यवस्था होती है.
मंत्री धारीवाल को स्पीकर सीपी जोशी ने टोक दिया और साफ तौर पर कहा कि विधानसभा में स्पीकर की जो व्यवस्था होती है, उसे चैलेंज नहीं किया जा सकता. आप संसदीय कार्य मंत्री हैं आपको यह पता होना चाहिए और अगर आपको कोई बात करनी है तो आप मेरे चेंबर में आकर अपनी बात रख सकते हैं. इस पर धारीवाल ने फिर अपनी बात रखने का प्रयास किया लेकिन शांति धारीवाल को स्पीकर ने नहीं बोलने दिया.
इसके बाद ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर जवाब देते हुए मंत्री शांति धारीवाल ने इस पर सरकार की ओर से जवाब पेश किया. लेकिन विधायक संयम लोढ़ा इससे संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने कहा कि आबू रोड नगर पालिका में हाई मास्क लाइटों की खरीद 42 फीसदी ज्यादा ऊंची दरों पर की गई.
इसमें भ्रष्टाचार करते हुए किसी बड़े अखबार में इसकी विज्ञप्ति भी नहीं जारी की गई और बिना विज्ञप्ति के इन लाइटों की खरीद की गई. इस पर मंत्री धारीवाल ने कहा कि जो सरकारी जवाब था वह आपको बता दिया गया है. लेकिन अगर इस मामले में आप कोई जांच चाहते हैं तो फिर जांच करवा ली जाएगी.