जयपुर. राजस्थान विधानसभा में सोमवार को तिजारा के बहुजन समाजवादी पार्टी के विधायक संदीप वर्मा ने भिवाड़ी में 12 मार्च को गिरी पानी की टंकी का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि कोलकाता की एक कंपनी ने 12 टंकियां बनाई थी. जहां भिवाड़ी में एक टंकी गिरने से 10 से 12 लोग घायल हो गए थे.
यादव ने बताया कि भिवाड़ी में स्थित टंकी में रात को ट्रायल के लिए पानी डाला गया था. और सुबह वह टंकी गिर जाती है. टंकी गिरने से 10 से 12 लोग घायल हो गए. घायलों में कुछ बच्चे भी थे. यादव ने बताया कि अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने जा रही एक महिला भी इस हादसे में घायल हो गई थी.
महिला के पति ने 15 दिन तक उसका इलाज करावाया. 20 साल से भिवाड़ी में मजदूरी कर रहे उसके पति ने अपनी पत्नी के इलाज पर 6 लाख रुपये खर्च किए लेकिन पत्नी को नहीं बचा पाया. 15 दिन तक ना तो विभाग ने और ना ही टंकी बनाने वाली कंपनी ने उसकी कोई सुध ली.
संदीप यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार का इससे बड़ा नमूना कोई नहीं हो सकता. इस मामले में एक एईएन को एपीओ कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया. जब जांच की गई तो टंकी से ना तो लोहा निकला ना हीं सीमेंट. संदीप यादव ने भरोसा जताया है कि मुख्यमंत्री संवेदनशील है और इस मामले में जरूर कार्रवाई करेंगे.
विधायक संदीप यादव ने मांग की है कि उस महिला को उचित मुआवजा मिले. साथ ही दोषियों पर एफआईआर दर्ज हो. यादव ने कहा कि मिली भगत से सारा काम किया गया है. मामले को दबाने की बड़ी कोशिश की गई थी. संदीप यादव ने कहा कि उनकी मांग है कि कोलकाता की वह कंपनी जिसने टंकी बनाई थी, उसे वह ब्लैक लिस्ट किया जाए.