जयपुर. मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी नौकरियों में प्रदेश के युवकों को ही रोजगार दिए जाने संबंधी निर्णय की गूंज राजस्थान विधानसभा में भी सुनाई दी. कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने मध्य प्रदेश सरकार के फैसले को देश के संघीय ढांचे के खिलाफ बताया. विधानसभा में कोरोना वायरस पर बोलते हुए रामनारायण मीणा ने कोविड-19 की जांच रिपोर्ट में आ रही गड़बड़ियों का मामला भी उठाया.
मीणा ने कहा कि यह भारत है और यहां भूटान, नेपाल के लोगों को भी नौकरी दी जाती है. लेकिन अब कई राज्य बाहर के लोगों को नौकरी नहीं देने का प्रावधान कर रहे हैं, जो कि देश के संघीय ढांचे के खिलाफ है. वहीं, मीणा ने कोविड-19 की जांच में जिस प्रकार से गड़बड़ी आ रही है उसको लेकर भी प्रदेश सरकार को सचेत किया.
विधायक मीणा ने कहा कि एक ही व्यक्ति की जांच पहले नेगेटिव आती है फिर पॉजिटिव आती है. ऐसी स्थिति में इसकी जांच पर सवाल उठ रहे हैं. जिस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए. साथ ही निजी अस्पतालों की मनमानी को भी रोकना चाहिए.
'संघ के लिए नहीं, संघीय ढांचे के लिए कह रहे'
राम नारायण मीणा ने भाजपा विधायक कालीचरण सराफ का नाम लेते हुए कहा कि मैं संघ की नहीं बल्कि देश के संघीय ढांचे की बात कर रहा हूं, कि वह मजबूत होना बेहद जरूरी है.