जयपुर. पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने लखनऊ से परिवार सहित घूमने आए व्यवसायी के ड्राइवर को तमंचा दिखाकर चोखी ढाणी की पार्किंग से स्कॉर्पियो कार लूट कर फरार हो जाने की घटना पर रोष व्यक्त किया और प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए.
राजधानी में अपराधी बेखौफ होकर जिस तरह से लगातार एक के बाद एक लूट की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, उससे साबित होता है कि लुटरों को पुलिस और कानून का कोई डर नहीं है. सराफ ने कहा कि जयपुर घूमने आए पर्यटक से सरे आम लूट की घटना से पूरे प्रदेश की छवि खराब होती है, जिससे पर्यटन उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. लगातार हो रही लूट की घटनाओं से पुलिस की क्षमता और कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा होता है. राज्य में कांग्रेस की सरकार आने के बाद अपराधियों के हौसलें इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे निडर होकर चोरी, डकैती और लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, जिससे आम नागरिक अत्यंत भयभीत और आशंकित है.
सराफ ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था के बदतर हालात तब हैं, जब गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास है. पिछले लगभग ढाई साल से कानून व्यवस्था पुख्ता करने की बजाय मुख्यमंत्री सिर्फ अपनी सरकार बचाने की जुगत में लगे हुए हैं.
मनसुख हिरेन को न्याय दिलाने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
कालीचरण सराफ ने वर्तमान में सबसे चर्चित मामले मुकेश अम्बानी के घर एंटीलिया के बाहर बरामद विस्फोटक से भरी एसयूवी के मालिक राजस्थान के राजसमंद जिले के आमेट कस्बे के रहने वाले मनसुख हिरेन की मुम्बई में संदिग्ध मौत से दुखी पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मदद की मांग की है. सराफ ने कहा कि राज्य के प्रवासी हमेशा अपनी जन्मस्थली से जुड़े रहकर वहां की प्रगति में अपना योगदान देते हैं, ऐसे में राज्य सरकार का नैतिक दायित्व बनता है कि मुश्किल में फंसे प्रवासियों की मदद के लिए आगे आए.
सराफ ने कहा कि दिवंगत मनसुख हिरेन की पत्नी विमला ने हत्या की आशंका जताते हुए कहा है कि उनके पति की कार में विस्फोटक रखकर फंसाया गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई. स्थानीय प्रभावशाली लोंगों के दबाव में मुम्बई पुलिस की जांच विशेष दिशा में चल रही है और बार बार गुहार लगाने के बाद भी कोई न्याय नहीं मिला, पूरे प्रकरण में राजस्थान सरकार से सहयोग नहीं मिलने पर भी उन्होंने नाराजगी जताई है.