जयपुर. विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण की जांच कर रही राजस्थान की दो बड़ी एजेंसी जांच को आगे नहीं बढ़ा पा रही हैं. राजस्थान एसओजी द्वारा इस पूरे प्रकरण में सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो क्लिप की जांच के लिए कोर्ट में वॉयस सैंपल दर्ज करने के लिए अर्जी लगाई गई थी.
इस दौरान कोर्ट से परमिशन मिलने के बाद आरोपी संजय जैन ने वॉयस सैंपल देने से साफ इनकार कर दिया था. इसके बाद इस पूरे प्रकरण में एसओजी की जांच एक मोड़ पर आकर अटक गई है. वहीं, एसओजी के बाद अब राजस्थान एसीबी की तरफ से भी कोर्ट में वॉयस सैंपल रिकॉर्ड करने के लिए अर्जी लगाई गई है.
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दरअसल, विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण की जांच कर रही राजस्थान एसओजी और राजस्थान एसीबी अब तक प्रकरण में किसी भी निष्कर्ष तक नहीं पहुंच पाई है. एसीबी द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो क्लिप की जांच एफएसएल से करवाई गई और एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद अब एसीबी की तरफ से कोर्ट में वॉयस सैंपल रिकॉर्ड करने की अर्जी लगाई गई है.
इस मामले में एसीबी द्वारा जो एफआईआर दर्ज की गई है और उसमें जिन लोगों को नामजद किया गया है. उन लोगों के वॉयस सैंपल रिकॉर्ड करने के लिए अर्जी कोर्ट में दाखिल की गई है. एसीबी द्वारा कोर्ट में विधायक विश्वेंद्र सिंह और भंवर लाल शर्मा के वॉयस सैंपल रिकॉर्ड करने की अर्जी लगाई गई है. इससे पूर्व शुक्रवार को एसीबी की एक टीम ने मानेसर पहुंच उन होटल प्रबंधक को विधायक विश्वेंद्र सिंह और भंवर लाल शर्मा के लिए नोटिस थमाया है, जहां पर विधायकों के रुके होने की संभावना है.