जयपुर. राजस्थान में गुरुवार को 4 जिलों में होने वाले पंचायती राज चुनाव के लिए विधायकों, प्रभारियों और प्रमुख नेताओं की प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बैठक हुई. बैठक में भले ही प्रभारियों के जरिए सिंबल देने की बात की गई हो, लेकिन हकीकत तो यह है कि इन चुनावों में पंचायती राज और जिला परिषद के टिकट विधायकों के कहने पर ही दिए जाएंगे.
जिन कांग्रेस के विधायकों के कहने पर जिला परिषद और पंचायत समिति को टिकट दिए जाएंगे उन विधायकों ने ही इस बैठक में आना जरूरी नहीं समझा. इस बैठक में 11 कांग्रेस, 2 बसपा से कांग्रेस में आए विधायक, 3 निर्दलीय और 1 आरएलडी के विधायक सहित कुल 17 विधायकों को शामिल होना था, लेकिन इस बैठक में कांग्रेस का समर्थन कर रहे विधायकों में निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा बैठक में नहीं पहुंचे.
वहीं, जिस कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय में यह बैठक हो रही थी उसमें कांग्रेस पार्टी के ही 4 जिलों में कांग्रेस की टिकट पर जीत कर आए 11 विधायकों में से 5 विधायक ही बैठक में शामिल हुए. इन चार जिलों से आने वाले दो निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा और ओमप्रकाश हुडला, एक आरएलडी के विधायक, मंत्री सुभाष गर्ग और दो बसपा से कांग्रेस में आए विधायक वाजिब अली और जोगिंदर अवाना बैठक में पहुंचे.
खास बात यह है कि जिन 4 जिलों की आज बैठक हुई उसमें भरतपुर के 4 में से एक भी कांग्रेस का विधायक शामिल नहीं हुआ. सवाई माधोपुर के 3 कांग्रेस विधायकों में से एक विधायक इंदिरा मीणा बैठक में पहुंची. हालांकि दौसा जिले के कांग्रेस विधायकों की उपस्थिति 100 फीसदी रही और सिरोही से केवल एक विधायक संयम लोढ़ा हैं जो निर्दलीय हैं वह भी इस बैठक में पहुंचे.
जहां भरतपुर की कांग्रेस की बैठक में कांग्रेस के विधायकों ने दूरी बनाए रखी. वहीं, दूसरी ओर इस बैठक में कांग्रेस के समर्थित आरएलडी के सुभाष गर्ग और बसपा से कांग्रेस में आए दोनों विधायक जोगिंदर अवाना और वाजिब अली मीटिंग के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर ही अलग से काफी देर चर्चा करते हुए दिखाई दिए.
भरतपुर जिले की टिकट को लेकर रणनीति बनाने वाली बैठक में कांग्रेस के सभी 4 विधायकों ने दूरी बनाए रखें. भरतपुर से बसपा से कांग्रेस में आए दोनों विधायक और एक आरएलडी के विधायक बैठक में पहुंचे.
बैठक में कौन पहुंचा, किसने बनाई दूरी
भरतपुरः कांग्रेस की इस बैठक के दौरान कांग्रेस की टिकट पर जीतकर आने वाला कोई विधायक नहीं पहुंचा. इस बैठक से भरतपुर जिले से कांग्रेस के सभी चारों विधायक विश्वेंद्र सिंह ,अमर सिंह जाटव, भजन लाल जाटव, जाहिदा ने दूरी बनाए रखी. जबकि बसपा से कांग्रेस में आए जोगेंद्र अवाना, वाजिब अली और आरएलडी विधायक सुभाष गर्ग बैठक में मौजूद रहे.
दौसाः जिले में कुल 5 विधायक हैं. बैठक में कांग्रेस विधायक ममता भूपेश,परसादी लाल मीणा ,जी. आर खटाना, मुरारी लाल मीणा और निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुडला शामिल हुए.
सवाई माधोपुरः जिले कांग्रेस के विधायक दानिश अबरार, अशोक बैरवा और निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा बैठक में नहीं पहुंचे. इस जिले से केवल विधायक इंदिरा मीणा इस बैठक में शामिल हुई.
सिरोहीः जिले में कांग्रेस पार्टी का एक भी विधायक नहीं है. यहां से कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा इस बैठक में शामिल हुए.