जयपुर. यातायात के नियम तोड़ने पर पुलिस सख्ती भी करती है और चालान काटने में देर भी नहीं लगाती, लेकिन यदि नियम हमारे जनप्रतिनिधि ही तोड़ें तो फिर किसी और को क्या कहें. फुलेरा से भाजपा विधायक निर्मल कुमावत अपने विधानसभा क्षेत्र में यातायात के नियम तोड़ते दिखे. हालांकि, इस दौरान क्षेत्र में तैनात प्रशिक्षु आरपीएस पुलिस अधिकारी ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ भी लिया, लेकिन विधायक साहब को हाथ में चालान की कॉपी देने के बजाय इस महिला पुलिस अधिकारी ने गुलाब का फूल दे दिया.
अब आप इसे विधायक महोदय का रुतबा ना समझें, बल्कि ये तो सड़क सुरक्षा माह के दौरान आमजन को दी जा रही नसीहत का परिणाम है जो नेता जी इस पुलिस वाली से बच गए और उन्हें अपनी जेब ढीली करने के बजाय मिल गया गुलाब का फूल. दरअसल, विधायक साहब ने क्षेत्र में दौरे के दौरान अपना सीट बेल्ट नहीं लगा रखा था. ऐसे में पुलिस अधिकारी शिप्रा राजावत ने उन्हें रोक लिया और हाथ में गुलाब का फूल थमाते हुए लंबी चौड़ी नसीहत भी दे डाली. नेता जी को पता था कि जब पुलिस वाली उन्हें फूल थमा रही है तब सामने कुछ मीडियाकर्मियों के मोबाइल भी चल रहे हैं. लिहाजा नेता जी ने भी अपना सुर बदला और विनम्रता पूर्वक अपनी गलती मान ली और यह भी विश्वास दिलाया कि आइंदा इस प्रकार की गलती नहीं करेंगे.
महिला पुलिस अधिकारी शिप्रा राजावत ने केवल विधायक को ही नहीं रोका, बल्कि क्षेत्र में यातायात के नियमों की अवहेलना कर रहे हर शख्स को रोका और हाथों में फूल भी थमाया. शिप्रा राजावत कहती है अभी तो सड़क सुरक्षा माह के तहत प्रेम से समझाइश हो रही है, लेकिन लोग नहीं सुधरे और नियम तोड़े तो आगे सख्ताई भी होगी. सूबे में आगामी 17 फरवरी तक सड़क सुरक्षा से जुड़ा ये अभियान चलेगा और जगह-जगह पुलिसकर्मी आमजन को ट्रैफिक के नियम समझाने और उसकी पालना करने का संदेश देते नजर आएंगे. प्यार से दिया गया यह संदेश जितनी जल्दी लोग समझ लें, उनकी और दूसरों की जिंदगी के लिए यह उतना ही अच्छा है, क्योंकि यदि नहीं समझे तो सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों का आंकड़ा कम नहीं बल्कि ज्यादा ही होगा जो किसी भी लिहाज से किसी के भी लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता.