जयपुर. शून्यकाल में भरत सिंह ने यह मामला उठाते हुए यह भी कहा कि मौजूदा व्यवस्था में कांग्रेस का जीरो करप्शन का संकल्प पूरा होता प्रतीत नहीं होता. सदन में बोलते हुए भरत सिंह ने कहा कि ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल करप्शन सर्वे 2019 की रिपोर्ट में भी राजस्थान करप्शन के मामले में देश में अव्वल नंबर पर है.
उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में राजस्थान में 2 हजार 67 लोगों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया, जिसमें राजनेता और सरकारी कर्मचारी अधिकारी भी शामिल हैं. सिंह के अनुसार इनमें से मात्र 986 मामलों में ही चालान पेश किया गया. जबकि 1 हजार 81 मामले अभी भी विचाराधीन हैं तो वहीं कुछ लोग फरार भी हैं.
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भरत सिंह के अनुसार भ्रष्ट अधिकारी जेल जाते हैं और छूटकर आने के बाद शान से नौकरी भी करते हैं, उनका प्रमोशन भी होता है. मौजूदा व्यवस्था में सरकार का जीरो करप्शन का संकल्प पूरा होता असंभव दिख रहा है. ऐसे में व्यवस्था में बदलाव बेहद जरूरी है.
सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में आईएएस अधिकारी से लेकर सरपंच तक लपेटे में आ चुके हैं और लगभग हर विभाग इसमें शामिल हैं. स्पीकर सीपी जोशी से इस मामले में सदन में 1 दिन गंभीरता से चर्चा कराए जाने की मांग भी की और यह भी कहा की व्यवस्था में बदलाव होने पर भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सकेगा.