जयपुर. राज्य में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के दो विधायक हैं, भादरा से बलवान पूनिया और डूंगरगढ़ से गिरधारी लाल. जिन्होंने पहले ही कांग्रेस को समर्थन दिया है. ऐसे में विधानसभा के मौजूदा संख्या बल के हिसाब से राज्य में कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों का जीतना तय है. ऐसे में माकपा के विधायक बलवान पूनिया ने बीजेपी पर जुबानी हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि, भारतीय जनता पार्टी ने इस कड़वी सच्चाई को जानते हुए कि उनके दूसरे उम्मीदवार के पास जिताऊ पर्याप्त मत नहीं है. फिर भी उन्होंने दूसरा प्रत्याशी खड़ा कर राज्यसभा चुनाव को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है.
उन्होंने कहा कि भाजपा जो देश के सभी संवैधानिक मूल्यों और वैधानिक संस्थाओं के लिए खतरा बनकर उभरी और उसने धर्म-जाति के नाम पर देश के सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने व देश के लोकतांत्रिक मूल्यों व धर्मनिरपेक्ष ढांचे को तोड़ने का काम किया है. भाजपा का चाल-चेहरा और चरित्र के नारों का दोगलापन आज देश-प्रदेश की जनता के सामने बेनकाब हो चुका है. केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के समय भी देश के नैगमिक घरानों और पूंजीपतियों के पक्ष में मजदूर-किसान और जनविरोधी अध्यादेश को लाकर जनता पर हमला बोला है.
यह भी पढ़ेंः कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंगा का बयान, कहा- किसी ने भी प्रलोभन देने का प्रयास नहीं किया
बलवान पूनिया ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, आत्मनिर्भरता के नारे की आड़ में देश के सार्वजनिक संपत्तियों को बेचने का काम कर रही है. जिसके चलते देश की मेहनतकश जनता में भारी गुस्सा व्याप्त है. भाजपा की राजनीतिक सोच का दिवालियापन इस बात से जाहिर होता है कि मात्र 24 मतों के आधार पर उसने अपना दूसरा राज्यसभा उम्मीदवार खड़ा किया है, जिससे कि भाजपा धन-बल और खरीद-फरोख्त की नीति पर ज्यादा भरोसा करती है. उन्होंने राज्यसभा चुनाव के मतों का मूल्यांकन करते हुए कहा कि, कांग्रेस के पास 2 सीटें जीतने के लिए पर्याप्त से अधिक मत हैं और इस चुनाव में भाजपा की बुरी तरह से पराजय होगी.