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Politics on Farmers: राजप्रमुख कभी भाजपा या कांग्रेस में नहीं बंट सकता, राज्यपाल एक्ट की परमीशन दे देते तो जमीन नीलाम न होती- खाचरियावास

राजस्थान में किसानों की जमीन नीलामी (Farmer Land auction case) राजनीतिक मुद्दा बन चुकी है. इस पर भाजपा और कांग्रेस दोनों तरफ से जुबानी हमले जारी हैं. इन सबके बीच गहलोत सरकार में खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भाजपा (Khachariyawas target BJP) पर पलटवार किया है.

Khachariyawas statement on land auction case
Khachariyawas statement on land auction case
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Published : Jan 22, 2022, 3:28 PM IST

Updated : Jan 22, 2022, 8:46 PM IST

जयपुर. राजस्थान के अलवर और दौसा में किसानों की जमीन नीलाम होने को लेकर जमकर राजनीति चल रही है. भाजपा के सवाल खड़े करते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए नीलामी रोकने के आदेश दे दिए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री ने राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र पर भी सवाल खड़े करते हुए यह कह दिया है कि विधानसभा से 5 एकड़ तक जमीन वाले किसानों की जमीन नीलाम नहीं करने का विधेयक विधानसभा से पास हो गया लेकिन वह अभी राज्यपाल के पास अटका हुआ है. इसके चलते कानून नहीं बन सका जिसका उन्हें दुख है.

इस मामले में अब खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी भाजपा पर (Khachariyawas target BJP) पलटवार किया है. खाचरियावास ने कहा कि चाहे राज्यपाल हो, प्रधानमंत्री हो या मुख्यमंत्री वह भले ही किसी भी पॉलीटिकल पार्टी के बैकग्राउंड से आए हों लेकिन वह किसी पार्टी से जुड़े हुए नहीं होते. सरकार की जिम्मेदारी होती है कि पब्लिक वेलफेयर के बिल नहीं रुके, गवर्नर भाजपा बैकग्राउंड से आए हैं. लेकिन राजप्रमुख कभी भी भाजपा या कांग्रेस का नहीं होता. मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री भी कभी बीजेपी या कांग्रेस में नहीं बंट सकते. पार्टी का एजेंडा भी हम लोग संविधान के जरिए ही लागू कर सकते हैं.

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पढ़ें. किसानों की भूमि नहीं होगी नीलाम : CM गहलोत

पढ़ें. Kirodi Lal Meena on Farmer land Auction: 'किसानों की भूमि की नीलामी स्थगित करने से काम नहीं चलेगा, नीलामी निरस्त की जाए'

राजस्थान में जो कानून मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लेकर आए वह पब्लिक वेलफेयर का कानून था. जिसमें 5 एकड़ तक की जमीन किसान कि नीलाम नहीं हो सकती थी. मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि विधानसभा से एक्ट पास हो गया और गवर्नर के पास परमिशन के लिए गया. अगर गवर्नर परमिशन दे देते तो वह कानून लागू हो जाता और आज किसानों की जमीन नीलाम नहीं होती.

अगर कोई मुख्यमंत्री और राज्य सरकार अच्छा काम कर रही है तो केंद्र सरकार और गवर्नर की जिम्मेदारी है कि वह उसे सहयोग करें. अगर राजस्थान में 5 एकड़ का कानून लागू हो जाएगा तो प्रधानमंत्री को भी यह कानून पूरे देश में लागू करना पड़ेगा और किसान का भला होगा. ऐसे में भाजपा के लोग बातें कम करें और काम करके दिखाएं.

जयपुर. राजस्थान के अलवर और दौसा में किसानों की जमीन नीलाम होने को लेकर जमकर राजनीति चल रही है. भाजपा के सवाल खड़े करते ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए नीलामी रोकने के आदेश दे दिए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री ने राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र पर भी सवाल खड़े करते हुए यह कह दिया है कि विधानसभा से 5 एकड़ तक जमीन वाले किसानों की जमीन नीलाम नहीं करने का विधेयक विधानसभा से पास हो गया लेकिन वह अभी राज्यपाल के पास अटका हुआ है. इसके चलते कानून नहीं बन सका जिसका उन्हें दुख है.

इस मामले में अब खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी भाजपा पर (Khachariyawas target BJP) पलटवार किया है. खाचरियावास ने कहा कि चाहे राज्यपाल हो, प्रधानमंत्री हो या मुख्यमंत्री वह भले ही किसी भी पॉलीटिकल पार्टी के बैकग्राउंड से आए हों लेकिन वह किसी पार्टी से जुड़े हुए नहीं होते. सरकार की जिम्मेदारी होती है कि पब्लिक वेलफेयर के बिल नहीं रुके, गवर्नर भाजपा बैकग्राउंड से आए हैं. लेकिन राजप्रमुख कभी भी भाजपा या कांग्रेस का नहीं होता. मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री भी कभी बीजेपी या कांग्रेस में नहीं बंट सकते. पार्टी का एजेंडा भी हम लोग संविधान के जरिए ही लागू कर सकते हैं.

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राजस्थान में जो कानून मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लेकर आए वह पब्लिक वेलफेयर का कानून था. जिसमें 5 एकड़ तक की जमीन किसान कि नीलाम नहीं हो सकती थी. मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि विधानसभा से एक्ट पास हो गया और गवर्नर के पास परमिशन के लिए गया. अगर गवर्नर परमिशन दे देते तो वह कानून लागू हो जाता और आज किसानों की जमीन नीलाम नहीं होती.

अगर कोई मुख्यमंत्री और राज्य सरकार अच्छा काम कर रही है तो केंद्र सरकार और गवर्नर की जिम्मेदारी है कि वह उसे सहयोग करें. अगर राजस्थान में 5 एकड़ का कानून लागू हो जाएगा तो प्रधानमंत्री को भी यह कानून पूरे देश में लागू करना पड़ेगा और किसान का भला होगा. ऐसे में भाजपा के लोग बातें कम करें और काम करके दिखाएं.

Last Updated : Jan 22, 2022, 8:46 PM IST
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