जयपुर. प्रदेश में पिछले एक महीने से चल रहे सियासी संग्राम के बीच कांग्रेस के बाद अब भाजपा ने भी अपने विधायकों को बाड़ेबंदी की योजना बनाई है. राजस्थान भाजपा की ओर से लगातार यह आरोप लग रहे हैं कि कांग्रेस किसी तरीके से सरकार का दुरुपयोग ना करें, इसलिए उन विधायकों को गुजरात भेजा गया है.
इस मामले पर राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि ईडी, इनकम टैक्स का दुरुपयोग भाजपा कर रही है. राजस्थान का कोई ऐसा मंत्री नहीं है जिसे या उसके परिवार को ईडी का नोटिस डराने के लिए नहीं दिया गया हो. खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई को ईडी का नोटिस दिया गया.
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'भाजपा विधायकों में असंतोष है'
कांग्रेस नेता खाचरियावास ने कहा कि भाजपा के विधायकों में असंतोष है, ऐसे में सतीश पूनिया और राजेंद्र राठौड़ अगर वसुंधरा राजे से जाकर मिल ले तो यह परेशानी ही खत्म हो जाएगी. उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे दो बार की मुख्यमंत्री रहीं और राजस्थान की बहू हैं. इनका सम्मान लोगों में सतीश पूनिया और राजेंद्र राठौड़ से कहीं ज्यादा है.
'पूनिया और राठौड़ खुद को बड़ा नेता साबित करना चाह रहे'
सिविल लाइन्स विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पूनिया और राठौड़ वसुंधरा राजे से चर्चा किए बगैर खुद को बड़ा नेता साबित करने के लिए दिल्ली को यह सपने दिखा रहे हैं कि 22 बागी विधायक हमारे साथ हैं और वसुंधरा राजे का जमाना गया. लेकिन उनके विधायक कैलाश मेघवाल ने ही यह साफ कर दिया कि भंवर लाल शर्मा वही हैं, जो भैरों सिंह की भी सरकार गिराने की कोशिश में लिप्त रहे थे.
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'एक ही दिन में सतीश पूनिया की भाषा क्यों बदल गई'
परिवहन मंत्री ने कहा कि राजस्थान में अब भाजपा अपने विधायकों को बाड़ेबंदी में क्यों रख कर रही है, जबकि भाजपा ने ही कांग्रेस के बागी विधायकों के साथ मिलकर पैसे के दम पर हमारी सरकार को गिराने का प्रयास किया था. उन्होंने कहा कि डेढ़ महीने से भाजपा ने हमारी नाक में दम कर रखा है, लेकिन आज एक ही दिन में सतीश पूनिया की भाषा क्यों बदल गई और अचानक उनकी हवा पंचर क्यों हो गई, इसका मतलब कांग्रेस का कार्यकर्ता मजबूत है.