जयपुर. राजस्थान में कांवड़ यात्रा को लेकर मंत्री खाचरियावास ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने बीजेपी पर झूठा प्रचार (Pratap Singh Khachariyawas Minister Alleged BJP) करने का भी आरोप लगाया है. रविवार को खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास खुद सिविल लाइंस क्षेत्र में हुई कांवड़ यात्रा में शामिल हुए और बकायदा कंधे पर गलता का पवित्र जल लेकर पैदल भगवान भोलेनाथ के मंदिर तक पहुंचे. राधे-राधे क्लब की ओर से निकाली गई कांवड़ यात्रा पर पहले 22 गोदाम सर्किल पर मंत्री और स्थानीय लोगों ने पुष्प वर्षा की और फिर वहीं से कांवड़ यात्रा में शामिल हो गए.
इस दौरान मीडिया से बातचीत ने प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि कांवड़ यात्रा को लेकर ना कोई रजिस्ट्रेशन हो रहा है और ना ही कोई रोक लगाई गई है. जिसकी भावना है, वे सब कांवड़ यात्रा निकाल रहे हैं, लेकिन बीजेपी वाले इस पर सियासत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी वालों को तो यह भी नहीं पता कि गलता में पानी में कीचड़ और काई जमी हुई है, जिसे स्थानीय प्रशासन और क्लब से जुड़े लोगों ने साफ करवाया है. खाचरियावास ने कहा कि डीजे नहीं बजाने को लेकर जरूर पाबंदी लगाई गई है, लेकिन इसके पीछे बड़ा कारण ट्रैफिक व्यवस्था में कोई बाधा न आए, यही है. उन्होंने कहा कि डीजे के कारण जो यात्रा 1 घंटे में पूरी हो जानी चाहिए वो 10 घंटे तक पूरी नहीं होती और यदि किसी को डीजे बजाकर नाचना है तो मंदिर पर जब यात्रा पहुंच जाएं तो वहां बजाए और नाचे.
सावन के महीने में पश्चाताप करेगी बीजेपी, ERCP की जंग में सीएम का दे साथ : वहीं, कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने राजस्थान पूर्वी नहर परियोजना (ERCP) को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा. खाचरियावास ने कहा कि सावन के इस पवित्र महीने में बीजेपी को भगवान के सामने पश्चाताप (Khachariyawas Targets BJP) करना चाहिए और ईस्टर्न कैनाल परियोजना मामले में राजस्थान सरकार और मुख्यमंत्री का साथ देना चाहिए. प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कांग्रेस की लड़ाई नहीं लड़ रहे, बल्कि प्रदेश के 13 जिलों के लोगों के पेयजल से जुड़े मामले को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं और पानी के इस मुद्दे पर भाजपा को राजस्थान का साथ देते हुए केंद्र सरकार से इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाना चाहिए.
10 बजे से पहले अभ्यर्थी को प्रवेश से रोकने वाले एग्जाम सेंटर और अधिकारियों पर होगी कार्रवाई : रीट परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को तय समय से पहले एग्जाम सेंटर में प्रवेश से रोकने वाले अधिकारियों और सेंटर संचालकों पर एक बार फिर कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कार्रवाई की बात कही है. खाचरियावास ने कहा है कि जिन सेंटर पर एग्जाम शुरू होने यानी 10 बजे से पहले अभ्यर्थियों को प्रवेश से रोका गया है, उन सेंटर संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
कैबिनेट मंत्री के अनुसार इस संबंध में उन्होंने जिला कलेक्टर और पुलिस के अधिकारियों से भी बात की है कि किसी भी अभ्यर्थियों को एग्जाम शुरू होने से पहले एग्जाम सेंटर में प्रवेश से ना रोका जाए. खाचरियावास ने कहा नियम भले ही परीक्षा शुरू होने के 1 घंटे पहले एग्जाम सेंटर में पहुंचने के हो, लेकिन एग्जाम शुरू होने से पहले यदि कोई अभ्यर्थी सेंटर में पहुंच जाता है तो उसे परीक्षा से वंचित नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यह कानून है और इसी कानून को लेकर कई अभ्यर्थी तो कोर्ट तक पहुंच चुके हैं. खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय में भी ऐसा नहीं होता, जैसा रीट के एग्जाम में एग्जाम सेंटर संचालक और अधिकारी कर रहे हैं.
गौरतलब है कि रीट की परीक्षा के दौरान (REET EXAM 2022) कुछ सेंटर्स में 9 बजे के बाद पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश से वंचित रखा गया. जिस पर खाचरियावास ने लगातार दूसरे दिन आपत्ति जताते हुए अधिकारियों और सेंटर संचालकों को चेतावनी दी है.