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मैं विधायक पहले, मंत्री बाद में हूं : परसादी लाल मीणा

राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई में फरियादी के तौर पर पहुंचे उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा बुधवार को खुद जनसुनवाई करने पहुंचे. उन्होंने कहा, कि जनसुनवाई में मंत्री, विधायक, सांसद या फिर आम आदमी हो, हर कोई अपनी फरियाद लेकर आ सकता है.

परसादी लाल मीणा की जनसुनवाई , Jaipur News
उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने की जनसुनवाई
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Published : Feb 5, 2020, 6:56 PM IST

जयपुर. राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में होने वाली जनसुनवाई में मंगलवार को एक अनोखा नजारा देखने को मिला था, जब गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री परसादी लाल मीणा फरियादी बनकर पहुंचे. मीणा ने जयपुर पुलिस के बह्मपुरी थाने के एसएचओ पर एक मर्डर की एक रिपोर्ट नहीं लिखने का आरोप लगाया. एसएचओ पर मंत्री की शिकायत का असर रहा और बुधवार को उसे सस्पेंड कर दिया गया.

उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने की जनसुनवाई

मंत्री दरबार में मंगलवार को जनसुनवाई में फरियादी के तौर पर पहुंचे उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा खुद बुधवार को जनसुनवाई करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा, कि जनसुनवाई में मंत्री, विधायक, सांसद या फिर आम आदमी हो हर कोई अपनी फरियाद लेकर आ सकता है. उन्होंने कहा, कि मैं मंत्री बाद में बना हूं, पहले विधायक हूं. अगर विधायक नहीं बनता तो मुझे मंत्री कौन बनाता.

पढ़ें- Minister साहब की ऐसी मजबूरी...खुद ही मंत्री के दरबार में फरियाद लेकर पहुंच गए

परसादी लाल मीणा ने कहा, कि वह विधायक के अपने कर्तव्य को निभाते हुए विधानसभा क्षेत्र के सबसे गरीब आदमी की बेटी के मर्डर के मामले में एसएचओ की रिपोर्ट नहीं लिखने की शिकायत लेकर आए थे. उन्होंने कहा, कि निश्चित तौर पर यह बड़ा मामला था और मामले में गरीब व्यक्ति का मर्डर हुआ हो और एसएचओ रिपोर्ट नहीं लिखे तो यह गंभीर मामला हो जाता है.

पढ़ें- गहलोत सरकार में ब्यूरोक्रेसी सर चढ़कर बोल रही है और जनप्रतिनिधियों की कहीं सुनवाई नहीं हो रही हैः सतीश पूनिया

इस दौरान उन्होंने इस मामले में पुलिस के आला अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए. मीणा ने कहा, कि जब एसएचओ ने रिपोर्ट नहीं लिखी तो उन्होंने डीसीपी से बात भी की. लेकिन उसके बाद भी जब एसएचओ गायब हो गया तो रिपोर्ट नहीं लिखी जा सकी. इस मामले में डीसीपी की भी लापरवाही रही. मंत्री ने कहा, कि सरकार की विश्वसनीयता भी तभी होगी, जब गरीबों को न्याय मिलेगा.

जयपुर. राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में होने वाली जनसुनवाई में मंगलवार को एक अनोखा नजारा देखने को मिला था, जब गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री परसादी लाल मीणा फरियादी बनकर पहुंचे. मीणा ने जयपुर पुलिस के बह्मपुरी थाने के एसएचओ पर एक मर्डर की एक रिपोर्ट नहीं लिखने का आरोप लगाया. एसएचओ पर मंत्री की शिकायत का असर रहा और बुधवार को उसे सस्पेंड कर दिया गया.

उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने की जनसुनवाई

मंत्री दरबार में मंगलवार को जनसुनवाई में फरियादी के तौर पर पहुंचे उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा खुद बुधवार को जनसुनवाई करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा, कि जनसुनवाई में मंत्री, विधायक, सांसद या फिर आम आदमी हो हर कोई अपनी फरियाद लेकर आ सकता है. उन्होंने कहा, कि मैं मंत्री बाद में बना हूं, पहले विधायक हूं. अगर विधायक नहीं बनता तो मुझे मंत्री कौन बनाता.

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परसादी लाल मीणा ने कहा, कि वह विधायक के अपने कर्तव्य को निभाते हुए विधानसभा क्षेत्र के सबसे गरीब आदमी की बेटी के मर्डर के मामले में एसएचओ की रिपोर्ट नहीं लिखने की शिकायत लेकर आए थे. उन्होंने कहा, कि निश्चित तौर पर यह बड़ा मामला था और मामले में गरीब व्यक्ति का मर्डर हुआ हो और एसएचओ रिपोर्ट नहीं लिखे तो यह गंभीर मामला हो जाता है.

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इस दौरान उन्होंने इस मामले में पुलिस के आला अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए. मीणा ने कहा, कि जब एसएचओ ने रिपोर्ट नहीं लिखी तो उन्होंने डीसीपी से बात भी की. लेकिन उसके बाद भी जब एसएचओ गायब हो गया तो रिपोर्ट नहीं लिखी जा सकी. इस मामले में डीसीपी की भी लापरवाही रही. मंत्री ने कहा, कि सरकार की विश्वसनीयता भी तभी होगी, जब गरीबों को न्याय मिलेगा.

Intro:फरियादी के तौर पर कांग्रेस मुख्यालय जाने वाले प्रसादी लाल मीणा कि आज पहुंचे खुद जन सुनवाई करने बोले वह विधायक पहले हैं मंत्री बाद में विधायक नहीं होते तो उन्हें मंत्री कौन बना था ऐसे में विधायक का कर्तव्य निभाने आया था कल जनसुनवाई में गरीब आदमी की फरियाद लेकर मीणा बोले सरकार में गरीब आदमी की होनी चाहिए सुनवाई उसी से बनी रहेगी सरकार की विश्वसनीयता मामले में एसएचओ हुए सस्पेंड मंत्री बोले इस मामले में पुलिस के आला अधिकारी की भी रही खानी


Body:राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में होने वाली जनसुनवाई में मंगलवार को उस समय हर किसी को चौंका दिया जब गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री परसादी लाल मीणा ही फरियाद लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंच गए और जयपुर पुलिस के ब्रह्मपुरी थाने के एसएचओ पर एक मर्डर की रिपोर्ट नहीं लिखने का उन्होंने आरोप लगाया ।बहरहाल एसएचओ पर मंत्री की शिकायत का असर रहा और आज एसएचओ को सस्पेंड भी कर दिया गया है। आज मंत्री दरबार में मंगलवार को जनसुनवाई में फरियादी के तौर पर पहुंचे मंत्री परसादी लाल मीणा खुद जनसुनवाई करने पहुंचे। ऐसे में कल जनसुनवाई में आने पर उन्होंने साफ किया कि जनसुनवाई में मंत्री विधायक सांसद हो या कोई फिर आम आदमी हर कोई अपनी फरियाद लेकर आ सकता है ।मैं भी मंत्री बाद में बना हूं पहले विधायक हूं अगर विधायक नहीं बनता तो मुझे मंत्री कौन बनाता। ऐसे में वह विधायक के अपने कर्तव्य को निभाते हुए विधानसभा क्षेत्र के सबसे गरीब आदमी की बेटी के मर्डर के मामले में एसएचओ की रिपोर्ट नहीं लिखने की शिकायत लेकर वो आए थे। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह बड़ा मामला था और इस तरह के मामले में जिसमें गरीब व्यक्ति का मर्डर हुआ हो और एसएचओ रिपोर्ट नहीं लिखें तो यह गंभीर मामला हो जाता है ।मंत्री परसादी लाल मीणा ने आज इस मामले पुलिस के आला अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए। मीणा ने कहा कि जब एसएचओ ने रिपोर्ट नहीं लिखी तो उन्होंने डीसीपी से बात भी की लेकिन उसके बाद भी जब एसएचओ गायब हो गया तो रिपोर्ट नहीं लिखी जा सकी ऐसे में इस मामले में डीसीपी की भी लापरवाही रही। मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि सरकार की विश्वसनीयता भी तब ही होगी जब गरीबों को न्याय मिलेगा।
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