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अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर दिव्यांगों पर भड़के गहलोत के मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल

अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के मौके पर दिव्य शक्ति के सम्मान में जगह-जगह कार्यक्रम हुए. जयपुर में भी दिव्यांगजनों के सम्मान के लिए कार्यक्रम हुआ. लेकिन सम्मान से पहले ही मंत्री का गुस्सा फूट गया और वे दिव्यांगजनों पर भड़क गए.

मास्टर भंवर लाल मेघवाल, minister master Bhanwar Lal Meghwal
दिव्यांग दिवस पर दिव्यांगों का अपमान, मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल भड़के
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Published : Dec 3, 2019, 10:59 PM IST

जयपुर. पैरों से पूरी तरह से अपंग होने के चलते व्हील चैयर का सहारा लेकर अपने सम्मान की आस में कार्यक्रम में पहुंचे दिव्यांगजनों के अपमान का सामना करना पड़ा. अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के मौके पर कुछ दिव्यांगजन अपनी बात लेकर मंत्री महोदय तक पहुंचे थे. लेकिन उनकी बात पर मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल भड़क गए.

अतंरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर दिव्यागों का ये कैसा सम्मान, भड़के मंत्री

हालांकि मंत्री मास्टर भंवरलाल ने दिव्यांगों के सम्मान की बड़ी-बड़ी बातें की और अपना भाषण पूरा किया. लेकिन हकीकत तब बदली बदली नजर आई जब दिव्यांगजनों ने एक बयान याद दिलाते हुए माफी मांगने को कहा.

पढ़ेंः रॉबर्ट वाड्रा ने दिए राजनीति में आने के संकेत, ये भी बताया- कहां से लड़ सकते हैं चुनाव

आखिर क्यों भडके मंत्री, हम बताते हैं
दरअसल पिछले साल दिव्यांगजन दिवस के मौके पर कार्यक्रम में मंत्री मेघवाल ने ये कहा था कि पंचायतीराज और निकाय चुनाव में दिव्यांगजनों को आरक्षण की कोई जरूरत नहीं है. जिसके बाद एक साल बाद दिव्यांगजन कार्यक्रम में पहुंचे और मंत्री के इस बयान पर माफी मांगने की बात कही और चुनाव में आरक्षण, पेंशन बढाने की मांग की.

लेकिन दिव्यांगों की ये बात मंत्री को अखर गई और नाराजगी दिखाते हुए उन्होंने दिव्यांगजनों को कार्यक्रम से बाहर निकालने की चेतावनी दे डाली. हालांकि बाद में मंत्री ने इस बात पर सफाई देते हुए कहा ये मेरे स्तर का मामला नहीं है. सीएम स्तर का मामला है.

पढ़ेंः राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय का छठा दीक्षांत समारोह, इसरो के अध्यक्ष ने मुख्य अतिथि के रूप में युवओं को दिया ये संदेश

विकलांग जनक्रांति मंच के अध्यक्ष सत्य सिंह ने बताया कि बात सिर्फ माफी की थी. मंत्री ने पिछले साल जो बयान दिया था, हम चाहते थे कि वे इस पर माफी मांगे.

ट्राइसाइकिलों की निकली 'हवा'
वहीं, कार्यक्रम के बाद दिव्यांगजनों को ट्राईकिलों का वितरण भी किया गया. लेकिन उनके टायरों में हवा तक नहीं थी. ऐसे में विशेष योग्यजन विभाग की ओर से बांटी गई ट्राईसाईकिल भी दिव्यांगजनों के लिए बोझ बन गई.

जयपुर. पैरों से पूरी तरह से अपंग होने के चलते व्हील चैयर का सहारा लेकर अपने सम्मान की आस में कार्यक्रम में पहुंचे दिव्यांगजनों के अपमान का सामना करना पड़ा. अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के मौके पर कुछ दिव्यांगजन अपनी बात लेकर मंत्री महोदय तक पहुंचे थे. लेकिन उनकी बात पर मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल भड़क गए.

अतंरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर दिव्यागों का ये कैसा सम्मान, भड़के मंत्री

हालांकि मंत्री मास्टर भंवरलाल ने दिव्यांगों के सम्मान की बड़ी-बड़ी बातें की और अपना भाषण पूरा किया. लेकिन हकीकत तब बदली बदली नजर आई जब दिव्यांगजनों ने एक बयान याद दिलाते हुए माफी मांगने को कहा.

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आखिर क्यों भडके मंत्री, हम बताते हैं
दरअसल पिछले साल दिव्यांगजन दिवस के मौके पर कार्यक्रम में मंत्री मेघवाल ने ये कहा था कि पंचायतीराज और निकाय चुनाव में दिव्यांगजनों को आरक्षण की कोई जरूरत नहीं है. जिसके बाद एक साल बाद दिव्यांगजन कार्यक्रम में पहुंचे और मंत्री के इस बयान पर माफी मांगने की बात कही और चुनाव में आरक्षण, पेंशन बढाने की मांग की.

लेकिन दिव्यांगों की ये बात मंत्री को अखर गई और नाराजगी दिखाते हुए उन्होंने दिव्यांगजनों को कार्यक्रम से बाहर निकालने की चेतावनी दे डाली. हालांकि बाद में मंत्री ने इस बात पर सफाई देते हुए कहा ये मेरे स्तर का मामला नहीं है. सीएम स्तर का मामला है.

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विकलांग जनक्रांति मंच के अध्यक्ष सत्य सिंह ने बताया कि बात सिर्फ माफी की थी. मंत्री ने पिछले साल जो बयान दिया था, हम चाहते थे कि वे इस पर माफी मांगे.

ट्राइसाइकिलों की निकली 'हवा'
वहीं, कार्यक्रम के बाद दिव्यांगजनों को ट्राईकिलों का वितरण भी किया गया. लेकिन उनके टायरों में हवा तक नहीं थी. ऐसे में विशेष योग्यजन विभाग की ओर से बांटी गई ट्राईसाईकिल भी दिव्यांगजनों के लिए बोझ बन गई.

Intro:जयपुर— आज पूरा विश्व अंतराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस मना रहा है.दिव्य शक्ति के सम्मान में जगह जगह कार्यक्रम हो रहे है.जयपुर में दिव्यांगजनों के सम्मान के लिए कार्यक्रम हुआ.लेकिन सम्मान से पहले मंत्री ने दिव्यांगजनों का अपमान कर दिया.आखिर दिव्यांगजनों की बातों पर क्यों उखडे मंत्री।

पैरों से पूरी तरह से अपंग है,पूरी तरह से लाचार है,व्हिल चैयर का सहारा बनकर जैसे तैसे आज अपने सम्मान के लिए पहुंचे थे अपनी बात मंत्री महोदय तक रखने.लेकिन हमे क्या पता था कि मंत्री जी इतने ही उखड जाएंगे कि सम्मान के बदले हमे अपमान मिलेगा.कहने को तो आज अंतराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस है,लेकिन सुनिए सूबे के मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल कैसे दिव्यांगजनों का सम्मान कर रहे है।

भले ही मंत्री मास्टर भंवरलाल दिव्यांगों के सम्मान की बडी बडी बाते,भाषण देते हुए नजर आते है.लेकिन हकीकत तो कुछ और ही है.कुदरत ने तो इन दिव्यांगजनों को पहले ही कुछ कमियां देकर इस संसार में भेजा है.लेकिन इनकी कमियों पर नमक छिडकने का काम कर कर रहे है सूबे के मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल के शब्द बाण.

आखिर क्यों भडके मंत्री,हम बताते है

दरअसल पिछले साल दिव्यांगजन दिवस कार्यक्रम में मंत्री मेघवाल ने ये कहा था कि पंचायतीराज और निकाय चुनाव में दिव्यांगजनों को आरक्षण की कोई जरूरत नहीं है.जिसके बाद एक साल बाद दिव्यांगजन कार्यक्रम में पहुंचे और मंत्री के इस बयान पर माफी मांगने की बात कही और चुनाव में आरक्षण,पेंशन बढाने की मांग की.लेकिन इसी बात से नाराज होकर मंत्री ने दिव्यांगजनों को कार्यक्रम से बाहर निकालने की चेतावनी दे डाली.हालांकि बाद में मंत्री बोले ये मेरे स्तर का मामला नहीं है.सीएम स्तर का मामला है.चलिए ठीक है शब्द बाण पर तो मंत्री का कंट्रोल नहीं हुआ होगा,लेकिन दिव्यांगजनों को बांटी गई ट्राईकिलो में हवा तक नहीं थी,ऐसे में विशेषयोग्यजन विभाग की ओर से बांटी गई ट्राईसाईकिल भी दिव्यांगजनों के लिए बोझ बन गई.Body:बात सिर्फ माफी की थी,दिव्यांगजन मंत्री के इस बयान पर माफी मंगवाना चाहते थे.ऐसे में सबसे बडे सवाल यही कि असल में मंत्री जी दिव्यांगजनों का सम्मान करते तो माफी नहीं मांग सकते थे.

बाइट— भंवरलाल मेघवाल,सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री
बाइट— सत्यसिंह राठौड,अध्यक्ष,विकलांग जनक्रांति मंच
Conclusion:
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