जयपुर. पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अटल भूजल योजना की शुरुआत की है. 6 हजार करोड़ रुपये की यह योजना 8 हजार 350 गांवों में शुरू की गई है. योजना के लिए भूजल को बेहतर बनाने की कोशिश की जाएगी. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री ने इस योजना की शुरुआत की.
इस दौरान पीएम ने कहा कि पानी का संकट विकास को भी प्रभावित करता है. यह घर, खेत और उद्योग को भी प्रभावित करता है. पानी का विषय अटल जी के लिए बहुत महत्वपूर्ण था, उनके हृदय के बहुत करीब था. अटल जल योजना हो या फिर जल जीवन मिशन से जुड़ी गाइडलाइंस. ये साल 2024 तक देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को सिद्ध करने में एक बड़ा कदम साबित होगी.
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इस दौरान मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि आज क्रिसमस का दिन है. ईशु का जन्मदिवस है, जिन्होंने सत्या, करुणा, प्रेम और अहिंसा का संदेश पूरे विश्व को दिया है. साथ ही आज का और प्रिय इसलिए भी है, क्योंकि हम सबके प्रिय नेता, मार्गदर्शक और भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती भी है. अटल जी ने अपने जीवन में सुशासन का एक संदेश अपने जीवन में दिया था और प्रधानमंत्री ने उनकी जयंती को 'सुशासन दिवस' के रूप में मनाना सुनिश्चित किया है.
उन्होंने कहा कि आज का ये दिन और कार्यक्रम न तो व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए हैं और न तो मेरे मंत्रालय के लिए है. अपितु देश के लिए भी आज का दिन बहुत बड़ा दिन साबित होगा. पूरी दुनिया में जिस विषय को लेकर सबसे बड़ी चुनौती समझी जा रही है. जैसे कि गिरता हुआ भूजल और सिकुड़ते हुए भूजल के संसाधन. आज उनके पुनरुद्धार के लिए एक बहुत बड़ी योजना का शुभारंभ होगा. वहीं यह और भी महत्वपूर्ण और गरिमामयी हो जाती है, क्योंकि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर इस योजना का शुभारंभ पीएम मोदी के कर कमलों से हो रहा है.
पीएम मोदी के नाम गजेन्द्र सिंह शेखावत का संबोधन...
'पीएम मोदी के दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के तुरंत बाद देश में सभी गांवों के चुने हुए सरपंचों, प्रधानों को व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखकर वर्षा जल के संचय, संरक्षण एवं भूजल के पुर्नभरण के लिए विशेष ग्राम सभाएं आयोजित करने का आह्वान किया. इसी क्रम में माननीय प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में आज से शुरू हो रही अटल भूजल योजना, भूजल गर्भ के सतत उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी.'