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मौसम विभाग ने 20 जून तक मानसून आने की जताई संभावना, बाढ़ नियंत्रण कक्षों की आधी-अधूरी तैयारी - Monsoon in Rajasthan

मौसम विभाग ने प्रदेश में 20 जून तक मानसून आने की संभावना जताई है. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ नियंत्रण कक्षों की आधी-अधूरी तैयारियां की गई है.

Jaipur District Administration,  Flood control room
बाढ़ नियंत्रण कक्षों की आधी-अधूरी तैयारी
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Published : Jun 16, 2020, 5:00 AM IST

जयपुर. प्रदेश में मौसम विभाग ने 20 जून तक मानसून आने की संभावना जताई है, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ नियंत्रण कक्षों की आधी-अधूरी ही तैयारियां है. कई जगहों पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष शुरू ही नहीं हो पाए हैं, जबकि यह बाढ़ नियंत्रण कक्ष 15 जून से शुरू होने थे.

जिला प्रशासन की ओर से 15 जून तक बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिए जाते हैं. जिला कलेक्टर डॉ जोगाराम ने कुछ दिनों पहले एक आदेश जारी कर जयपुर के सभी जोन कार्यालय में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के आदेश दिए थे. जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम स्थापित किया जाता है और यहीं से जयपुर जिले के सभी विभागों के साथ समन्वय किया जाता है. जोगाराम ने सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक में बाढ़ नियंत्रण कक्ष समय पर शुरू नहीं होने पर नाराजगी भी जताई.

बाढ़ नियंत्रण कक्षों की आधी-अधूरी तैयारी

पढ़ें- SPECIAL: Corona से पहले कई महामारियों से लड़कर आगे बढ़ा है जयपुर

बता दें कि जिला प्रशासन की ओर से सभी विभागों से समन्वय कर बाढ़ नियंत्रण कक्ष शुरू किया जाता है. यहां निगम, जेडीए, सिंचाई विभाग, बिजली-पीचईडी विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाती है. जनता की समस्याओं के समाधान के लिए नियंत्रण कक्ष में अधिकारियों को जिम्मेदारी भी दी जाती है.

जयपुर जिला कलेक्ट्रेट से होता है नियंत्रण

मानसून के दौरान जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम बनाया जाता है और यहीं से जयपुर जिले के सभी विभागों में समन्वय स्थापित रहता है. कंट्रोल रूम में कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई जाती है और यहां जो सूचना आती है उसे संबंधित विभाग को भेज दिया जाता है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष में सिविल डिफेंस वॉलेंटियर का भी अहम योगदान होता है और रेस्क्यू टीम के रूप में सिविल डिफेंस के वॉलेंटियरों को मौके पर भेजा जाता है.

बता दें कि मानसून के दौरान इस बार सिविल डिफेंस की टीम एमआई रोड स्थित फायर स्टेशन पर रहेगी. यहीं पर सिविल डिफेंस के पूरे संसाधन भी मौजूद रहेंगे. एमआई रोड स्थित फायर स्टेशन पर एक बड़े हॉल में सिविल डिफेंस अपने पूरे संसाधन के साथ मौजूद रहेगी और जरूरत होने पर यहीं से रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंचेगी. सोमवार को सिविल डिफेंस की टीम यहां पहुंच गई थी, लेकिन पूरे संसाधन नहीं आए थे.

नहीं शुरू हुआ बाढ़ नियंत्रण कक्ष

सोमवार को बनीपार्क फायर स्टेशन पर बनने वाले बाढ़ नियंत्रण कक्ष शुरू नहीं हो पाया. बनीपार्क फायर स्टेशन पर जहां नियंत्रण कक्ष शुरू होना था वहां आधा शटर डाउन किया हुआ था. साथ ही जहां बाढ़ नियंत्रण कक्ष शुरू होना था वहां अग्निशमन विभाग का समान रखा हुआ था. बनीपार्क फायर स्टेशन पर ही जलभराव के लिए मिट्टी के कट्टे तैयार किए जाते हैं, लेकिन मौके पर मिट्टी के कट्टे भी यहां दिखाई नहीं दिए. सूत्रों के अनुसार मिट्टी के कट्टों के लिए अभी टेंडर ही नहीं हुए हैं.

आपदा प्रबंधन के उप नियंत्रक जगदीश रावत ने बताया कि 2 रेस्क्यू टीम एमआई रोड स्थित फायर स्टेशन पर और एक रेस्क्यू टीम जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में तैनात रहेगी. जरूरत पड़ने पर इन टीमों को मौके पर भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि दोनों ही जगहों पर पूरे संसाधन भी मौजूद रहेंगे.

जयपुर. प्रदेश में मौसम विभाग ने 20 जून तक मानसून आने की संभावना जताई है, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ नियंत्रण कक्षों की आधी-अधूरी ही तैयारियां है. कई जगहों पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष शुरू ही नहीं हो पाए हैं, जबकि यह बाढ़ नियंत्रण कक्ष 15 जून से शुरू होने थे.

जिला प्रशासन की ओर से 15 जून तक बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिए जाते हैं. जिला कलेक्टर डॉ जोगाराम ने कुछ दिनों पहले एक आदेश जारी कर जयपुर के सभी जोन कार्यालय में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के आदेश दिए थे. जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम स्थापित किया जाता है और यहीं से जयपुर जिले के सभी विभागों के साथ समन्वय किया जाता है. जोगाराम ने सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक में बाढ़ नियंत्रण कक्ष समय पर शुरू नहीं होने पर नाराजगी भी जताई.

बाढ़ नियंत्रण कक्षों की आधी-अधूरी तैयारी

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बता दें कि जिला प्रशासन की ओर से सभी विभागों से समन्वय कर बाढ़ नियंत्रण कक्ष शुरू किया जाता है. यहां निगम, जेडीए, सिंचाई विभाग, बिजली-पीचईडी विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाती है. जनता की समस्याओं के समाधान के लिए नियंत्रण कक्ष में अधिकारियों को जिम्मेदारी भी दी जाती है.

जयपुर जिला कलेक्ट्रेट से होता है नियंत्रण

मानसून के दौरान जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम बनाया जाता है और यहीं से जयपुर जिले के सभी विभागों में समन्वय स्थापित रहता है. कंट्रोल रूम में कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई जाती है और यहां जो सूचना आती है उसे संबंधित विभाग को भेज दिया जाता है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष में सिविल डिफेंस वॉलेंटियर का भी अहम योगदान होता है और रेस्क्यू टीम के रूप में सिविल डिफेंस के वॉलेंटियरों को मौके पर भेजा जाता है.

बता दें कि मानसून के दौरान इस बार सिविल डिफेंस की टीम एमआई रोड स्थित फायर स्टेशन पर रहेगी. यहीं पर सिविल डिफेंस के पूरे संसाधन भी मौजूद रहेंगे. एमआई रोड स्थित फायर स्टेशन पर एक बड़े हॉल में सिविल डिफेंस अपने पूरे संसाधन के साथ मौजूद रहेगी और जरूरत होने पर यहीं से रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंचेगी. सोमवार को सिविल डिफेंस की टीम यहां पहुंच गई थी, लेकिन पूरे संसाधन नहीं आए थे.

नहीं शुरू हुआ बाढ़ नियंत्रण कक्ष

सोमवार को बनीपार्क फायर स्टेशन पर बनने वाले बाढ़ नियंत्रण कक्ष शुरू नहीं हो पाया. बनीपार्क फायर स्टेशन पर जहां नियंत्रण कक्ष शुरू होना था वहां आधा शटर डाउन किया हुआ था. साथ ही जहां बाढ़ नियंत्रण कक्ष शुरू होना था वहां अग्निशमन विभाग का समान रखा हुआ था. बनीपार्क फायर स्टेशन पर ही जलभराव के लिए मिट्टी के कट्टे तैयार किए जाते हैं, लेकिन मौके पर मिट्टी के कट्टे भी यहां दिखाई नहीं दिए. सूत्रों के अनुसार मिट्टी के कट्टों के लिए अभी टेंडर ही नहीं हुए हैं.

आपदा प्रबंधन के उप नियंत्रक जगदीश रावत ने बताया कि 2 रेस्क्यू टीम एमआई रोड स्थित फायर स्टेशन पर और एक रेस्क्यू टीम जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में तैनात रहेगी. जरूरत पड़ने पर इन टीमों को मौके पर भेजा जाएगा. उन्होंने बताया कि दोनों ही जगहों पर पूरे संसाधन भी मौजूद रहेंगे.

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