जयपुर. ग्रह मंडल में इस वक्त बहुत उथल-पुथल मची हुई है. जिसका प्रभाव तमाम घटनाओं के रूप में दिख भी रहा है. सौरमण्डल के ग्रह परिवार में ग्रहों की स्थिति एक बार फिर बदल रही है. 4 फरवरी यानी गुरुवार को पंचग्रही संयोग बन रहा है. बुध ग्रह मकर राशि में वक्री हो रहा है.
ज्योतिषाचार्य पंडित विशाल सेवग ने बताया कि 4 फरवरी को जिस मकर राशि में बुध लौट रहा है. वहां सूर्य, गुरु, शुक्र और शनि पहले से मौजूद हैं. ऐसे में बुध के लौटने से एक बार फिर पंचग्रही संयोग देखने को मिलेगा. बुध 11 मार्च तक मकर राशि में ही रहेगा. हालांकि अभी हाल ही में मकर संक्रांति को पंचग्रही संयोग बना था. लेकिन उनका असर यह हुआ था कि शनि ग्रह के अस्त होने के कारण जो नकारात्मक प्रभाव बन रहे थे, उन्हें कम करके पंचग्रही संयोग ने स्थिति संतुलित की थी.
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इसी मकर राशि में बुध के आने के कारण पंचग्रही योग बनने वाला है. राशि परिवर्तन और पांच ग्रहों के मेल का असर देश-दुनिया की विभिन्न स्थितियों पर पड़ रहा है. यही वजह है कि इस संयोग का असर सभी 12 राशियों पर भी पड़ेगा. लेकिन इस बार पंचग्रही योग का विपरीत प्रभाव उन लोगों पर ज्यादा रहेगा जिन्हें शनि की साढ़ेसाती चल रही है. इससे आय प्रभावित होगी और कार्यों की गति मंद, व्यर्थ के वाद विवाद और खर्च में बढ़ोतरी भी होगी.