जयपुर. राजस्थान में लापता बाघ और वनकर्मियों की शराब पार्टी समेत कई अनियमितताओं को लेकर मेनका गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. दरअसल, वाइल्डलाइफ एक्टिविस्ट अनिल रोजर्स नें रणथंभौर में हो रही गंभीर अनियमिताओं को लेकर मेनका गांधी के जरिए मेल पत्र लिखा था. जिसे गंभीरता से लेते हुए मेनका संजय गांधी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा.
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वन्यजीव प्रेमियों का आरोप है कि वन मंत्री बड़े पैमाने पर होते शिकार और वन विभाग में हो रही अनियमितताओं को लेकर ना कुछ बोलते हैं और ना कोई एक्शन लेते हैं. वाइल्डलाइफ एक्टिविस्ट अनिल रोजर्स के मुताबिक रणथंभौर सहित प्रदेश के अन्य टाइगर रिजर्व से कई बाघों की मौत और लापता होने, टाइगर ट्रैकर्स को पूरी तनख्वाह न मिलने, वनकर्मियों द्वारा टाइगर रिजर्व में शराब पार्टी अवैध खनन सहित कई मुद्दों पर चिंता जाहिर करते हुए पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री एवं लोकसभा सदस्य मेनका गांधी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिख कर पूरे मामले में जांच की मांग की है.
प्रदेश से 40 से ज्यादा बाघ लापता हैं. दूसरी तरफ रणथंभौर का स्टाफ शराब पार्टियां करता नजर आ रहा है. फोरेस्टर राम खिलाड़ी, वन रक्षक हनुमान सहाय जाजोरिया, वृक्षपाल हरिप्रसाद मीणा, एक बॉर्डर होम गार्ड और एक स्थानीय व्यक्ति शराब के नशे में धुत, नदी में बैठ कर शराब पी रहे हैं और बीयर से नहा रहे हैं. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं, मलारना में अवैध खनन, आमली में अवैध मत्स्याखेट, भीड़ एनक्लोजर में अवैध सफारी, ईडीसी के पैसों में हेरा-फेरी और आए दिन शराब पार्टियां करना इनके शौक में शामिल है. दूसरी तरफ ऐसे लोग नेताओं का जैक लागवाते हैं, जिससे अधिकारी इनपर कार्रवाई नहीं करते और इनके साथ ईमानदारी से काम करने वाले कर्मचारी भी बदनाम होते हैं. वन्यजीव प्रेमियों नें शराब पार्टी का वीडियो वायरल होने के बाद सभी नशाखोर आरोपियों को बर्खास्त करने की मांग की है.
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अनिल रोजर्स के अनुसार कोटा में बहने वाली चंबल नदी में सितंबर 2020 में एक बड़ा नाव हादसा हुआ था. इसमें 20 से 25 लोगों से भरी नाव चंबल नदी में समां गई थी. इस घटना में 13 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी, लेकिन बीते साल ही इतने बड़े हादसे के बाद भी शायद कोटा प्रशासन की आंखें नहीं खुली है. यही वजह है कि अब राजस्थान की राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल सेंचुरी शराबियों की ऐशगाह बन गई है. यहां खुलेआम वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धज्जियां तो उड़ाई ही जा रही है, पर्यटक के रूप में आए शराबी टाइगर रिजर्व में बैठकर आराम से शराब का सेवन कर रहे हैं. इस बात का खुलासा वीडियो के जरिए हो रहा है. बताया जा रहा है कि इस वीडियो को खुद उन लोगों ने बनाया है, जो वहां शराब पार्टी कर रहे थे.