जयपुर. यूक्रेन में बने हालातों के बीच वहां पर फंसे भारतीय स्टूडेंट्स को घर वापसी की चिंता सताने लगी है. यूक्रेन सरकार ने स्टूडेंट्स को बाहर निकलने के लिए मना कर दिया है. स्टूडेंट्स को यह पता नहीं है कि आगे क्या होगा?. इस बीच ईटीवी भारत ने यूक्रेन में फंसे स्टूडेंट लक्ष्य से वीडियो कॉल (ETV Bharat talk to Medical student Lakshya in Ukraine) के जरिये बात की. लक्ष्य ने ईटीवी भारत के जरिए भारत सरकार से वतन वापसी के लिए व्यवस्था करने की अपील की है.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान लक्ष्य ने बताया कि वहां पर बमबारी शुरू हो चुकी है. सुबह से ही कई जगह पर बम के गोले दागे गए हैं. युद्ध के इस माहौल में अब उन्हें घर वापसी की चिंता सताने लगी है. लक्ष्य ने कहा कि यूक्रेन सरकार ने बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी है. साथ ही खाद्य सामग्री एकत्रित करके रखने के लिए भी निर्देश दे दिए हैं. ऐसे में अब इस बात की चिंता सताने लगी है कि पता नहीं यहां पर यह माहौल कितने दिन रहेगा?.
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भारत सरकार से लगाई गुहारः लक्ष्य ने भारत सरकार से अपील की है कि वह भारतीय स्टूडेंट्स को वापस इंडिया लाने के लिए विशेष व्यवसाय करें. लक्ष्य ने चिंता जताते हुए कहा है कि एम्बेसी में लगातार संपर्क करने के बाद भी संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं मिल रहा है. परिवार वाले ऐसे हालातों में ज्यादा चिंतित हैं. बार-बार रिश्तेदार , मां बाप , बहन भाई फोन कर रहे हैं. उन्हें भी इस बात की चिंता है कि वह वापस किस तरह से अपने घर तक पहुंचेगे? .
फ्लाइट को किया रद्दः लक्ष्य ने बातचीत में बताया कि यहां पर कुछ एयरपोर्ट पर भी गोलाबारी हुई है. जिसकी वजह से फ्लाइट को अब रद्द कर दिया है. किसी तरह की कोई बुकिंग नहीं हो रही है . ऐसे में अब सिर्फ एक ही जरिया बचता है कि सरकार अपने विशेष विमान के जरिए इन स्टूडेंट्स को वापस लेकर आए.
यूनिवर्सिटी ने क्लान ऑनलाइन नहीं कीः लक्ष्य ने कहा कि इस तरह का माहौल पिछले एक डेढ़ महीने से बना हुआ था. यूनिवर्सिटी की ओर से क्लास ऑनलाइन नहीं की गई. ऑफलाइन ही नियमित शुरू रखने की वजह से समय पूर्व भारत नही आ सके. लक्ष्य ने कहा कि जिस तरह से यहां पर गोला बारूद की आवाज आ रही है, उससे डर बना हुआ है कि पता नहीं कब कौन सा बम कहां पर आकर गिरेगा?. उन्होंने कहा कि कई स्टूडेंट्स ऐसे हैं जो एयरपोर्ट पर भी फंसे हुए हैं, उनको ना पानी नसीब हो रहा है ना ही खाना. यहां पर हर घंटे हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. लक्ष्य ने एक बार फिर ईटीवी भारत के जरिए भारत सरकार से अपील करेगी वह उन्हें जल्द से जल्द वापस ले जाने की व्यवस्था करें.
यूक्रेन से राजस्थानी स्टूडेंट्स को लाएगी गहलोत सरकारः यूक्रेन में बनी वर्तमान परिस्थितियों के बीच गहलोत सरकार राजस्थानी स्टूडेंट्स को यूक्रेन से वापस लाने के लिए राजस्थान फाउंडेशन के कमिश्नर धीरज श्रीवास्तव को नोडल ऑफिसर पहले ही बनाया दिया है. धीरज श्रीवास्तव के नेतृत्व में लगातार यूक्रेन में फसें व्यापारियों और स्टूडेंट्स को लाने को लेकर एम्बेसी से संपर्क किया जा रहा है.
सीएम गहलोत ने किया था ट्वीटः सीएम अशोक गहलोत ने दो दिन पहले ट्वीट कर कहा था कि यूक्रेन में बनी वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनज़र वहां रह रहे राजस्थानी स्टूडेंट्स को लेकर चिंतित हूँ. जो स्टूडेंट्स वापस लौटना चाहते हैं, प्रदेश सरकार एम्बेसी और भारत सरकार से कॉर्डिनेट करके उनकी वापसी के लिए हर संभव सहयोग करेगी .