जयपुर. बीकानेर जिले के पीबीएम अस्पताल में एक महिला की शनिवार को मौत हो गई थी. जब उसकी जांच की गई तो वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई. लेकिन जांच रिपोर्ट आने से पहले ही महिला का शव अस्पताल प्रशासन की ओर से परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया था. जब इसकी सूचना प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को दी गई, तो उन्होंने मामले की पूरी जानकारी ली.
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश में सरकार पूरे प्रोटोकॉल से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि बीकानेर के मामले की सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत संबंधित अधिकारी से पूरे मामले की जानकारी ली.
रघु शर्मा ने कहा कि जो संक्रमित महिला थी उसका शव पूरी सावधानी से कवर करके परिजनों को सौंपा गया था, जिससे संक्रमण ना फैले. हालांकि मंत्री ने यह भी कहा कि है मामला सामने आने के बाद अब यह भी निर्देश जारी किए हैं कि अगर कोरोना वायरस से किसी मरीज की मौत होती है, तो पूरी सावधानी बरतते हुए उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. जिससे अन्य लोग संक्रमित नहीं हो सके.
पढ़ें- EXCLUSIVE: PBM अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही, CORONA Positive महिला की डेड बॉडी परिजनों को सौंपी
PBM अधीक्षक ने माना की गाइडलाइन के मुताबिक काम नहीं हुआ
इस पूरे मामले की जानकारी को लेकर ईटीवी भारत के सवांददाता ने बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पीके बेरवाल से बात की. उन्होंने भी इसे एक बड़ी चूक स्वीकार किया. हालांकि, अपनी गलती को छुपाते हुए उन्होंने कहा कि महिला की देह को किट में लपेट कर दिया गया था और परिजनों ने उस किट को खोला ही नहीं. दूसरी तरफ उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि गाइडलाइन के मुताबिक काम नहीं हुआ. वहीं इस पूरे मामले पर बीकानेर के जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम ने भी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और अधीक्षक से रिपोर्ट मांगने की बात कही है.