जयपुर. जयपुर नगर निगम एक बार फिर विवादों में है. इस बार विवाद निगम के चैनपुरा स्थित स्लॉटर हाउस में प्रतिदिन होने वाले पशुओं के स्लॉटरिंग की संख्या बढ़ाने को लेकर है. दरअसल, स्लाटर हाउस की क्षमता 1 हजार 200 पशुओं की प्रतिदिन है, जो निगम के कागजों में भी है. लेकिन अब निगम ही स्लॉटर हाउस में स्लॉटरिंग की क्षमता से अधिक पशु वध के ठेके ले रही है, जिसका विरोध खुद मीट व्यवसायी कर रहे हैं.
जयपुर पाड़ा मीट मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष पप्पू कुरैशी ने बताया कि चैनपुरा स्लॉटर हाउस के आसपास हिंदू बाहुल्य क्षेत्र है. ऐसे में अगर पशुओं के स्लॉटरिंग की क्षमता बढ़ाई जाएगी तो आसपास के क्षेत्रों में गंदगी फैल जाएगी. ऐसे में आसपास के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. इससे पहले भी इस तरह का मामला सामने आया था और निगम ने स्लॉटरिंग की संख्या बढ़ा दी थी, जिसके बाद इस क्षेत्र में काफी तनाव उत्पन्न हो गया था. ऐसे में हम नहीं चाहते कि किसी तरह का विवाद हो और नगर निगम स्लॉटरिंग की संख्या 1 हजार 200 पशु प्रतिदिन ही रखे.
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निगम ने इसे लेकर एक आदेश भी निकाला है और 1200 से पशु प्रतिदिन के स्थान पर 2 हजार पशु प्रतिदिन स्लॉटरिंग की बात कही है. सभी मीट कारोबारी इसका विरोध कर रहे हैं. वहीं पहले स्लॉटरिंग हाउस नगर निगम खुद अपने स्तर पर चलाता था. लेकिन अब ठेकेदार द्वारा इसे चलाने की बात भी सामने आ रही है, जिसका विरोध भी लगातार किया जा रहा है. वहीं मामले को लेकर विधानसभा मुख्य सचेतक महेश जोशी को भी ज्ञापन दिया गया है.