जयपुर. शहर में शुक्रवार को 67वें सहकार सप्ताह के समापन समारोह के विषय वित्तीय समावेशन, डिजिटाइजेशन एवं सोशल मीडिया द्वारा सहकारिता पर आधारित कार्यशाला का आयोजन हुआ. कार्यशाला को संबोधित करते हुए सहकारिता क्षेत्र में आने वाले अपेक्स बैंक के एमडी राजीव लोचन शर्मा ने कहा कि सहकारिता के माध्यम से वित्तीय समावेशन को गति मिली है और दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बैंकिंग सुविधाओं का लाभ मिल रहा है. वर्तमान दौर में सोशल मीडिया एक प्रभावी माध्यम है, जिसके द्वारा सहकारिता को और आगे ले जाया जा सकता है.
इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में चुनौतिया अधिक है,क्योंकि तकनीक लगातार अपग्रेड और परिवर्तित होती जा रही है. ऐसे में पूर्ण जिम्मेदारी के साथ बैंकिंग के माध्यम से सहकारिता का विस्तार कर लोगों को सुविधाएं दी जाए. उन्होंने कहा कि हम सभी गुणवतापूर्ण सेवा प्रदान कर लोगों को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने का कार्य कर रहे है. उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया का उपयोग लगभग प्रत्येक परिवार कर रहा है. ऐसे में इनोवेशन के द्वारा इस माध्यम को सहकारिता और बैंकिंग सुविधाओं के विस्तार के लिए नई सोच के साथ अपनाना होगा.
कार्यशाला में बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रशिक्षक, सतीश जिंदल ने कहा कि कोई भी लक्ष्य मनुष्य के साहस से बड़ा नही होता है. उन्होंने कहा कि लोगों के खाते खोलना, क्रेडिट सुविधा, इन्वेस्टमेंन्ट और बीमा सुविधा वित्तीय समावेशन के चार स्तम्भ है और इसी के आधार पर लोगों को बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.
उन्होंने कहा कि वित्तीय समावेशन को और व्यापक रूप दिया जाना चाहिए, तभी लोगों के साथ धोखाधड़ी को पूर्ण रूप से रोका जा सकता है. जिंदल ने कहा कि डिजिटाईजेशन के द्वारा अर्थव्यवस्था कैश से कैशलेस की ओर बढ़ रही है. लोगों को घर बैठे पारदर्शिता के साथ सुविधाएं उपलब्ध हो रही है. इससे पूर्व महाप्रबंधक शिवदयाल मीणा ने अतिथियों का बुके भेंट कर स्वागत किया.
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कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई. कार्यशाला में अपेक्स बैंक के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे. कार्यशाला से पहले अपेक्स बैंक परिसर में प्रबंध निदेशक राजीव लोचन शर्मा ने सहकारिता के झंडे का झंडारोहण किया.