जयपुर. जीएसटी की जटिल विसंगतियों और उनसे व्यापारियों को आ रही परेशानियों के विरोध में 26 फरवरी को कैट की ओर से हुए भारत व्यापार बंद के आह्वान का असर जयपुर में देखने को नहीं मिलेगा. गुरुवार को एक बार फिर हुई कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स की बैठक में बाजार बंद करने को लेकर सहमति नहीं बनी. हालांकि, प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत से व्यापारी संगठनों के पदाधिकारियों की मुलाकात का कार्यक्रम है.
जयपुर जिला शाखा के महामंत्री विक्की चेलानी के अनुसार जयपुर के सभी प्रमुख व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों ने भारत व्यापार बंद को सफल बनाने की रूपरेखा तैयार की थी. लेकिन शहर के प्रमुख व्यापारिक संगठनों और बाजार मंडलों ने इस पर असमर्थता जताई. इसको देखते हुए गुलाबीनगरी के सभी बाजार अब खुले रहेंगे और किसी भी तरफ का कोई विरोध प्रदर्शन भी नहीं होगा. यहां तक की ट्रांस्पोर्टर्स एसोसिएशन की ओर से चक्का जाम करने के निर्णय को भी वापस ले लिया गया है.
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दरअसल, जीएसटी में हुए संशोधनों के द्वारा इस कर प्रणाली को सरल करने की बजाय बेहद जटिल करने स परेशान देशभर के 40 हजार से ज्यादा व्यापारी संगठन जो देश भर में 8 करोड़ से ज्यादा व्यापारियों का प्रतिधिनित्व करते हैं. ऐसे में कैट के नेतृत्व में 26 फरवरी को जीएसटी के जटिल और तर्कहीन प्रावधानों को वापिस लेने और ई-कामर्स कम्पनी ऐमजॉन पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर भारत व्यापार बंद का आह्वान किया गया था.