जयपुर. कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम के तहत जयपुर के अलग-अलग सेंटर्स पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. लेकिन बीते कुछ समय से राजस्थान में वैक्सीन की किल्लत बनी हुई है. खासकर को वैक्सीन की और जेल लाभार्थियों को कोवैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. उन्हें दूसरी डोज का इंतजार करना पड़ रहा है तो ऐसे में वैक्सीनेशन सेंटर खाली नजर आ रहे हैं.
पढ़ें: नारियल की आड़ में गांजे की तस्करी करते 2 तस्कर गिरफ्तार, 790 किलो गांजा जब्त
जयपुर के सेठी कॉलोनी स्थित सेटेलाइट हॉस्पिटल और गांधीनगर डिस्पेंसरी पर आमतौर पर सबसे अधिक भीड़ देखने को मिलती है. लेकिन वैक्सीन की किल्लत होने के चलते अब काफी कम संख्या में लोग वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं. खासकर सेठी कॉलोनी स्थित सेटेलाइट अस्पताल में 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों को व्यक्ति लगाई जा रही है. शुरुआत में तो इस सेंटर पर बड़ी संख्या में भीड़ वैक्सीन लगाने वालों की देखने को मिल रही थी. लेकिन अब स्लॉट खाली नहीं होने के चलते रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा तो ऐसे में जिन लोगों को स्लॉट मिल चुका है सिर्फ वह लोग ही वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं.
जयपुर में मौजूदा समय में 8 सेंटर पर 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. वैक्सीन की किल्लत के चलते जयपुर में कई सेंटर्स को बंद कर दिया गया है और जहां आमतौर पर प्रदेश भर में 4 से 5 लाख लोगों को हर दिन वैक्सीन लगाई जाती थी तो वह आंकड़ा अब गिर कर सिर्फ 2 लाख तक ही रह गया है. इसके अलावा 18 से 44 साल की उम्र के अब तक करीब चार लाख लाभार्थियों को ही प्रदेश में वैक्सीन लग पाई है.