जयपुर. साल 2019 का आखिरी महीने में हुआ एक हादसा जयपुर वासियों को बड़ी सीख दे गया. दिसंबर में एक मासूम की मांझे से गर्दन कटने से हुई मौत के बाद पुलिस हरकत में आई. जिसके चलते मांझा बेचने और उपयोग में लेने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है. इस बीच ईटीवी भारत भी राजधानी के उन प्रमुख बाजारों में रियलिटी चेक करने पहुंचा, जहां मांझे का बेचा जाता किया जाता है.
सबसे पहले हमारी टीम जयपुर के प्रमुख पतंग बाजार हांडीपुरा पहुंची. जहां हमारे संवाददाता ने कई दुकानों पर चाइनीज मांझा खरीदना चाहा. यहां विक्रेताओं से मिलने वाला जवाब वाकई संतोषजनक था.
उन्होंने चाइनीज मांझी का पता पुलिस थाना बताया. तो कुछ ने चाइनीज मांझा को खरीदने और बेचने वाले को देश का गद्दार करार दिया. कुछ यही जवाब जालूपुरा और किशनपोल बाजार से मिले. जहां विक्रेताओं ने कहा कि चाइनीज मांझा थाने में ही मिलेगा.
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ईटीवी भारत के इस रियलिटी चेक में जयपुर के मांझा विक्रेता पास हुए. वहीं पुलिस प्रशासन ने आमजन से भी अपील की है कि चाइनीज मांझा धातु सहित अन्य घातक सामग्रियों से बनाया जाता है.
ऐसे में मांझे के बिजली के तारों से छू जाने पर करंट प्रवाहित होने की आशंका है. जिसके चलते मौत हो सकती है. यही नहीं इसे बेज़ुबान पक्षी, जानवरों और राहगीरों की जान को भी खतरा बताया है. पुलिस ने अपील की है कि धातु मिश्रित मांजे के उपयोग से बचा जाए. और इसी को लेकर निगरानी भी बनाए हुए है.