जयपुर. महात्मा गांधी नरेगा योजना संवाद कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा है कि नरेगा में दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए अलग मापदंड लागू होंगे और उन्हें नरेगा में शामिल किया जाएगा. इसके लिए सरकार जल्द ही मापदंड तैयार करेगी.
कार्यक्रम में प्रदेश से बड़ी संख्या में नरेगा मजदूरों ने भी शिरकत की. कार्यक्रम इंदिरा गांधी पंचायती राज भवन के सभागार में हुआ. महात्मा गांधी नरेगा योजना संवाद कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने नरेगा मजदूरों की समस्याएं सुनी. पंचायती राज विभाग के आलाधिकारी भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे.
डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपने संबोधन में कहा कि मुझे खुशी है कि देश में नरेगा के करोड़ों लोग रोजगार प्राप्त कर रहे हैं. अक्सर मैं कईं गांव में जाता हूं तो नरेगा मजदूर कहते है कि पेमेंट कम मिल रहा है. उन्होंने कहा कि 15 दिन में नरेगा मजदूरों का पेमेंट होना है, इसमें कोई इफ एंड बट नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाएंगे. अतिक्रमण हटाने के लिए सब को एकजुट होना होगा. सचिन पायलट ने आलाधिकारियों को नसीहत दी कि जयपुर में बैठकर काम नही चलेगा हमें गांव में जाकर नरेगा मजदूरों की समस्याओं को दूर करना है. नरेगा मजदूर और श्रमिक देश का निर्माण कर रहे है.
पायलट ने कहा कि नरेगा में विभाग की तरफ से कोई कमी नहीं होगी. हमारी सोच है कि हर मजदूर को 100 दिन का रोजगार मिले. हमारी सरकार कमियों का निराकरण करेगी. पंचायतों में साल में दो बार सोशल ऑडिट होगी. पिछली सरकार ने सोशल ऑडिट लागू नहीं की थी, लेकिन हमारी सरकार ने आते ही इसको लागू किया. सचिन पायलट में कार्यक्रम में नरेगा संबंधी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया.
कार्यक्रम में सचिन पायलट ने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में श्रमिकों, गरीब तबकों के व्यक्तियों, किसान, पिछड़े वर्ग के श्रमिकों को आर्थिक दृष्टि से समृद्ध बनाया जा रहा है. नरेगा को प्रदेश में ही नहीं देश में उच्च पायदान पर पहुंचाना है. उसके अंतर्गत जल संरक्षण, प्रबंधन, जल संचय, भूजल पुनर्भरण आदि कार्य शामिल किये जायेंगे.