जयपुर. प्रदेशभर में शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 73वीं पुण्यतिथि पर कई आयोजन हुए, लेकिन राजधानी के एकमात्र गांधी सर्किल पर बापू बाट ही जोहते रहे. यहां तक की पिछले साल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जो बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण अर्पित करके गए वो पुरानी मालाएं ही बापू को रविवार को नसीब हुई. यही नहीं अहिंसा का मार्ग दिखाने वाले महात्मा गांधी के गांधी सर्किल पर लटकते मृत पक्षी ने हिंसा की दर्दनाक तस्वीर पेश की.
दरअसल, एक तरफ राजनेता से लेकर आमजनता बापू को सोशल मीडिया पर नमन कर अहिंसा के मार्ग पर चलने का गुणगान कर रही थी. यहां तक की सूबे के मुखिया अशोक गहलोत ने भी बापू को नमन किया, लेकिन जयपुर के एकमात्र गांधी सर्किल पर कोई कार्यक्रम बापू के सम्मान में नहीं हुआ. जहां प्रतिमा पर लटकती टूटी पुरानी मालाओं ने गांधीजी के सम्मान को ठेस पहुंचाई, तो वहीं प्रतिमा के ऊपरी हिस्से के पास दम तोड़ चुके एक पंछी ने हर किसी का ध्यान खींचा.
यही नहीं पिछली बार जब खादी के नुमाइंदे बापू के स्मारक पहुंचे तब गांधी सर्किल को चकाचक कर दिया गया था, लेकिन इस बार गांधी जी की प्रतिमा की भी सफाई नहीं हुई.