जयपुर. प्रदेश में जहां हर दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है तो वहीं, कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट भी लगातार बढ़ रहा है. हाल ही कोरोना से जुड़े कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं जहां मरीजों को फेफड़ों से संबंधित बीमारी का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए कुछ मरीजों में फेफड़ों के इन्फेक्शन के मामले देखने को मिले हैं. वहीं कुछ मामले ऐसे भी सामने आए हैं जहां मरीज की रिपोर्ट तो नेगेटिव है, लेकिन उसके फेफड़ों में लगातार संक्रमण फैल रहा है और ऐसे में अब मरीजों की एचआरसीटी भी की जा रही है, ताकि संक्रमण का पता लगाया जा सके.
जयपुरिया कोविड-19 डेडीकेटेड सेंटर की कमान संभाल रहे डॉक्टर गौरव भारद्वाज ने बताया कि कुछ मरीजों के मामलों में देखने को मिला है कि वो कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हो चुके हैं, लेकिन फेफड़ों के संक्रमण की बीमारी से घिर जाते हैं और बीते कुछ समय में इस तरह के मामले और भी ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. इन मामलों में मरीज जब संक्रमण की चपेट में आता है तो कुछ समय बाद ठीक हो जाता है, लेकिन ठीक होने के बाद एकाएक मरीज के फेफड़े सिकुड़ने लगते हैं और उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगती है.
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डॉक्टर गौरव भारद्वाज का कहना है कि इसके कारणों का पता लगाया जा रहा है और उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर मरीज को ऑक्सीजन पर रखा जाता है, ताकि शरीर में ऑक्सीजन की कमी नहीं हो. इसके अलावा योगा और प्राणायाम इस दौरान किया जाए तो मरीज को काफी फायदा भी होता है. हालांकि अभी सिर्फ अत्यधिक संक्रमित मरीजों में ही ऐसे मामले देखने को मिल रहे हैं.