जयपुर. ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष चतुर्थी सोमवार को सोम पुष्य के मौके पर प्रथम पूज्य के मंदिरों में भगवान गणेश के पंचामृत अभिषेक (Panchamrit Abhishek of Lord Ganesha) हुए. इस दौरान भगवान का मनमोहक श्रृंगार किया गया, विशेष मोदक सहित अन्य पकवानों का भोग लगाया गया. साथ ही रिद्धि-सिद्धि के दाता को फूल बंगले में विराजमान किया गया.
इस मौके पर छोटी काशी के प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश जी मंदिर (Motidungri Ganesh Ji Temple) में महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में गुलाब, खस और केवड़े के इत्र से अभिषेक के साथ ही 151 किलो दूध, 21 किलो बुरा, 21 किलो दही, 21 किलो गन्ने का रस, 11 किलो शहद, 11 किलो घी से पंचामृत अभिषेक हुआ, हालांकि इस दौरान भक्तों का प्रवेश बंद रहा, लेकिन फिर भी भक्तों ने ऑनलाइन दर्शन कर कोरोना से मुक्ति की कामना की. इसी तरह सूरजपोल बाजार स्थित श्वेत सिद्धि विनायक मंदिर में पं. मोहनलाल शर्मा के सान्निध्य में गणेशजी का पंचामृत अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई गई.
चांदपोल स्थित परकोटे वाले गणेश मंदिर में पंडित राहुल शर्मा के सान्निध्य में मंत्रोच्चारण के बीच विधिवत अभिषेक पूजा का आयोजन किया. प्रवक्ता पं. अमित शर्मा ने बताया कि गणपति स्त्रोतअष्टोत्तरशतनाम और गणेश चालीसा के पाठ हुए. बंगालीबाबा गणेश मंदिर, ध्वजाधीश गणेश मंदिर सहित अन्य मंदिरों में अभिषेक हुआ.