जयपुर. राजनीति की पहली सीढ़ी छात्र संघ चुनाव माने जाते हैं. ये छात्रसंघ चुनाव ही प्रदेश के भावी राजनेता का चेहरा भी तय करते हैं. प्रदेश की तमाम यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान होने के साथ ही अब प्रत्याशियों के नामों को लेकर चर्चाएं शुरू हो चुकी (List of contenders in Rajasthan Student union election) हैं. इनमें वो नाम प्रमुख हैं, जिन्होंने एडमिशन हेल्प डेस्क लगाने से लेकर छात्रों की मांगों के लिए प्रदर्शन का रास्ता अपनाया. चूंकि छात्र नेताओं को 2 साल बाद छात्रसंघ चुनाव में उतरने का मौका मिल रहा है, ऐसे में कोई भी इस मौके को गंवाना नहीं चाहता.
छात्रसंघ चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है. मतदान को लेकर 1 महीने से भी कम का समय है. इस बीच छात्र नेताओं को प्रमुख छात्र संगठनों से टिकट लेने से लेकर छात्रों को मतदान के लिए प्रेरित करने और उनके पक्ष में वोट डालने की अपील भी करनी है. हालांकि छात्रसंघ चुनाव की तारीखों से पहले ही प्रदेश की प्रमुख यूनिवर्सिटीज में चुनावी बिसात बिछ गई थी. कारण साफ है 2 साल से छात्रसंघ चुनाव नहीं हो पाए. इस बार परिस्थितियां सामान्य है, ऐसे में छात्र नेता इस मौके को भुनाने में पहले ही जुट गए थे और अब तारीखों के एलान के साथ ही संगठन कार्यालयों पर दस्तक देना भी शुरू कर दिया है. इस बीच प्रदेश की प्रमुख यूनिवर्सिटीज में एबीवीपी और एनएसयूआई के कौन से उम्मीदवार प्रबल दावेदार है, आइए आपको बताते हैं....
प्रमुख विश्वविद्यालयों में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के प्रबल दावेदार (NSUI contenders) :
• राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर - रितु बराला, महेश चौधरी, रोहिताश मीणा
• महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर - रोशन गुर्जर, महिपाल सिंह
• जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर - दीपक जाखड़, हरेंद्र चौधरी, अरविंद सिंह
• मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर - कीर्ति राज सिंह, भूपेंद्र सिंह, जितेश खटीक
• कोटा विश्वविद्यालय, कोटा - विशाल मेवाड़ा, हर्ष मेहरा, प्रवीण सिंह हाडा
• महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर - गणेश गोड़चा, गिरधारी कुकड़ा
• महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय, भरतपुर - हिमांशु रावत, नवीन फौजदार, गौरव फौजदार
• राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय, अलवर - राहुल खान, सोनू गुर्जर, ओमवीर रहीसा, पुनीत यादव
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प्रमुख विश्वविद्यालयों में अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के प्रबल दावेदार (ABVP contenders) :
• राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर - मनु दाधीच, नरेंद्र यादव, राहुल मीणा
• महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर - रूद्र प्रताप सिंह, अरुण सिंह
• जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर - राजू सिंह, राजवीर सिंह, लोकेंद्र सिंह, महेंद्र चौधरी
• मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर - कुलदीप सिंह, रोनक राज, प्रवीण तेली
• कोटा विश्वविद्यालय, कोटा - देवकीनंदन मेहता, गौरव अग्रवाल, रोहित चौधरी
• महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर - लोकेंद्र सिंह, सत्येंद्र सिंह, मानवेंद्र सिंह
• महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय, भरतपुर - गौरव कटौती, राहुल शर्मा, हितेश यादव
• राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय, अलवर - रवि मीणा, सुधीप डीगवाल, विष्णु यादव
इनके अलावा प्रदेश के जोधपुर स्थित राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, जोधपुर के ही एमबीएम विश्वविद्यालय, जयपुर के डॉ भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय, हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, सीकर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय, बांसवाड़ा के गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय और कोटा के वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय में भी छात्रसंघ चुनाव प्रस्तावित हैं.
हालांकि छात्रसंघ चुनाव में प्रत्याशियों के एलान के दौरान अमूमन देखने को मिलता है कि अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे छात्र नेताओं में से एक को अध्यक्ष और एक छात्र नेता को संतुष्ट करने के लिए महासचिव पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया जाता है. बाकी दावेदारों से यदि संगठन मान मनोव्वल नहीं कर पाता तो, बागी प्रत्याशी के रूप में वो चुनावी मैदान में अपने ही संगठन के वोट तोड़ता दिखता है. ऐसे में इन नामों में से किसी एक का चयन करना दोनों ही प्रमुख छात्र संगठनों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा. वहीं इस बार चुनावी मैदान में एनएसयूआई और एबीवीपी को बेरोजगार एकीकृत महासंघ और आरएलपी का पैनल भी चुनौती देता दिखेगा.