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Lakhimpur Kheri Violence: राजस्थान के नेताओं ने भी बीजेपी को लिया आड़े हाथ, जानिए पूरी कहानी

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर हिंसा मामले में राजनीति गरमा गई है. विपक्षी दलों ने प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है. वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी देर रात पीड़ित किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर रवाना हुईं, लेकिन यूपी पुलिस ने उन्हें सीतापुर के हरगांव में हिरासत में ले लिया. इस मामले में राजस्थान के नेताओं ने भी बीजेपी को आड़े हाथों लिया. यहां जानिए लखीमपुर विवाद की पूरी कहानी...

लखीमपुर विवाद की पूरी कहानी, Lakhimpur Kheri Violence
लखीमपुर विवाद की पूरी कहानी
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Published : Oct 4, 2021, 1:23 PM IST

Updated : Oct 4, 2021, 1:51 PM IST

जयपुर. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई. आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की कार ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को रौंद दिया, जिससे 4 की मौत हो गई. वहीं, इसके बाद भड़की हिंसा में 4 लोग और मारे गए. इस पूरे बवाल के बाद सियासत भी तेज हो गई है.

पढ़ें- लखीमपुर हिंसा: प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने पर CM गहलोत ने साधा निशाना, कहा- भाजपा का अमानवीय चेहरा आया सामने

विपक्षी नेता केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का इस्तीफा मांग रहे हैं. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस हिंसा को लेकर बीजेपी को आड़े हाथों लिया है. लखीमपुर हिंसा में अब तक क्या-क्या हुआ? आइए जानते हैं...

राजस्थान के नेताओं ने भी बीजेपी को लिया आड़े हाथ

सीएम गहलोत ने ट्वीट कर साधा निशाना

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ ऐसा क्रूर व्यवहार भाजपा की संस्कृति का परिचायक है. मुख्यमंत्री गहलोत ने रविवार देर शाम एक ट्वीट कर हिंसा की इस घटना में अपनी जान गवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी. यह भी लिखा कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में बीजेपी नेताओं की ओर से किसानों के साथ हिंसा की में कड़ी निंदा करता हूं. लखीमपुर खीरी में रविवार को जमकर बवाल हुआ. आरोप है कि यहां बनवीर गांव में धरना दे रहे किसानों पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र ने कार चढ़ा दी, घटना में 2 किसानों की मौत हो गई. मृतक किसान बहराइच के बताए जा रहे हैं. इसके बाद किसानों ने उग्र हंगामा शुरू कर दिया और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ कर उसे आग के हवाले भी कर दिया.

आंदोलन नहीं कुचल पाए तो किसानों को ही कुचलने लगे: सचिन पायलट

पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने लखीमपुर खीरी में किसानों संग हिसा के मामले पर ट्वीट कर दुख जताया है. उन्होंने घटना की निंदा करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है. पायलट ने कहा है कि जो लोग किसानों के आंदोलन को नहीं कुचल पाए, वे अब किसान भाइयों को कुचलने पर उतारू हैं. यूपी के लखीमपुर खीरी में जो हुआ वह दर्शाता है कि सत्ताधारी दल को हिंसा से भी परहेज नहीं है. उन्होंने कहा कि किसान की आवाज न पहले दबी थी और न अब दबेगी.

पढ़ें- लखीमपुर हिंसा: प्रियंका गांधी के साथ जो दुर्व्यवहार किया उसकी कीमत भाजपा को चुकानी पड़ेगी: डोटासरा

प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने पर गहलोत ने साधा निशाना

सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी और अन्य नेताओं को उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से हिरासत में लिए जाने की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. वे प्रमुख विपक्षी नेता हैं और लखीमपुर खीरी जिले में कल जो किसान मारे गये उनके परिवारों से मिलने जा रही थीं. विपक्षी नेताओं को गैरकानूनी तरीके से रोका जाना लोकतांत्रिक मानदंडों के खिलाफ है. पहले शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों पर भाजपा नेताओं के काफिले की गाड़ियां चढ़ाकर उनको बर्बरता से मार दिया गया, फिर विपक्षी नेताओं को वहां जाने से रोका जा रहा है, जो बिल्कुल गलत है.

डोटासरा का बड़ा बयान

वहीं, जवाहर कला केंद्र में महात्मा गांधी के जीवन पर लगी प्रदर्शनी का अवलोकन करने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ आए पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने लखीमपुर में किसानों के साथ हुई हिंसा की निंदा की. साथ ही कहा कि यूपी में प्रियंका गांधी के साथ जो दुर्व्यवहार किया गया है, उसकी कीमत मोदी सरकार और यूपी के मुख्यमंत्री को चुकानी पड़ेगी.

कैसे शुरू हुआ विवाद?

रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तय कार्यक्रम के तहत लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे. उन्हें रिसीव करने के लिए गाड़ियां जा रही थीं. ये गाड़ियां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की बताई गईं. रास्ते में तिकुनिया इलाके में किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इससे झड़प हो गई. बाद में ऐसा आरोप लगाया गया कि आशीष मिश्रा ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे 4 लोगों की मौत हो गई. किसानों की मौत के बाद मामला बढ़ गया और हिंसा भड़क गई. हिंसा में बीजेपी नेता के ड्राइवर समेत चार लोगों की मौत हो गई. कुल मिलाकर इस हिंसा में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है.

हिंसा के बाद क्या हुआ?

इस हिंसा के बाद हालात न बिगड़ें, इसे ध्यान में रखते हुए इंटरनेट बंद कर दिया गया. वहीं, केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ तिकुनिया थाने में केस दर्ज करवाया गया है.

पढ़ें- लखीमपुर खीरी हिंसा की सीएम गहलोत ने की निंदा, कहा- किसानों के साथ ऐसा क्रूर व्यवहार भाजपा की संस्कृति का परिचायक

दोषियों को बेनकाब करेगी सरकार : योगी आदित्यनाथ

यूपी सरकार द्वारा रविवार देर रात जारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में संलिप्त व्यक्ति के खिलाफ सरकार सख्त कार्यवाही करेगी. उन्होंने क्षेत्र के सभी लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों पर ही रहें और किसी के बहकावे में न आएं. उन्होंने लोगों से मौके पर शांति-व्यवस्था कायम रखने में योगदान देने का आह्वान किया है. योगी ने भरोसा दिलाया कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले मौके पर हो रही जांच तथा कार्यवाही का इंतजार करें.

क्या बोले केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा

इस पूरे मामले को लेकर गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 'किसानों के प्रदर्शन में शामिल कुछ उपद्रवियों तत्वों' ने भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं, एक चालक को पीट-पीट कर मार डाला. उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में घटनास्थल के पास मेरा बेटा मौजूद नहीं था, इसके वीडियो साक्ष्य हैं. गृह राज्यमंत्री ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की कार पर पथराव किया गया जिससे वाहन पलट गया, 2 लोगों की इसमें दबकर मौत हो गई, इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई.

जयपुर. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई. आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की कार ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को रौंद दिया, जिससे 4 की मौत हो गई. वहीं, इसके बाद भड़की हिंसा में 4 लोग और मारे गए. इस पूरे बवाल के बाद सियासत भी तेज हो गई है.

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विपक्षी नेता केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का इस्तीफा मांग रहे हैं. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस हिंसा को लेकर बीजेपी को आड़े हाथों लिया है. लखीमपुर हिंसा में अब तक क्या-क्या हुआ? आइए जानते हैं...

राजस्थान के नेताओं ने भी बीजेपी को लिया आड़े हाथ

सीएम गहलोत ने ट्वीट कर साधा निशाना

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ ऐसा क्रूर व्यवहार भाजपा की संस्कृति का परिचायक है. मुख्यमंत्री गहलोत ने रविवार देर शाम एक ट्वीट कर हिंसा की इस घटना में अपनी जान गवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी. यह भी लिखा कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में बीजेपी नेताओं की ओर से किसानों के साथ हिंसा की में कड़ी निंदा करता हूं. लखीमपुर खीरी में रविवार को जमकर बवाल हुआ. आरोप है कि यहां बनवीर गांव में धरना दे रहे किसानों पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र ने कार चढ़ा दी, घटना में 2 किसानों की मौत हो गई. मृतक किसान बहराइच के बताए जा रहे हैं. इसके बाद किसानों ने उग्र हंगामा शुरू कर दिया और कई गाड़ियों में तोड़फोड़ कर उसे आग के हवाले भी कर दिया.

आंदोलन नहीं कुचल पाए तो किसानों को ही कुचलने लगे: सचिन पायलट

पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने लखीमपुर खीरी में किसानों संग हिसा के मामले पर ट्वीट कर दुख जताया है. उन्होंने घटना की निंदा करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है. पायलट ने कहा है कि जो लोग किसानों के आंदोलन को नहीं कुचल पाए, वे अब किसान भाइयों को कुचलने पर उतारू हैं. यूपी के लखीमपुर खीरी में जो हुआ वह दर्शाता है कि सत्ताधारी दल को हिंसा से भी परहेज नहीं है. उन्होंने कहा कि किसान की आवाज न पहले दबी थी और न अब दबेगी.

पढ़ें- लखीमपुर हिंसा: प्रियंका गांधी के साथ जो दुर्व्यवहार किया उसकी कीमत भाजपा को चुकानी पड़ेगी: डोटासरा

प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने पर गहलोत ने साधा निशाना

सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी और अन्य नेताओं को उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से हिरासत में लिए जाने की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. वे प्रमुख विपक्षी नेता हैं और लखीमपुर खीरी जिले में कल जो किसान मारे गये उनके परिवारों से मिलने जा रही थीं. विपक्षी नेताओं को गैरकानूनी तरीके से रोका जाना लोकतांत्रिक मानदंडों के खिलाफ है. पहले शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों पर भाजपा नेताओं के काफिले की गाड़ियां चढ़ाकर उनको बर्बरता से मार दिया गया, फिर विपक्षी नेताओं को वहां जाने से रोका जा रहा है, जो बिल्कुल गलत है.

डोटासरा का बड़ा बयान

वहीं, जवाहर कला केंद्र में महात्मा गांधी के जीवन पर लगी प्रदर्शनी का अवलोकन करने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ आए पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने लखीमपुर में किसानों के साथ हुई हिंसा की निंदा की. साथ ही कहा कि यूपी में प्रियंका गांधी के साथ जो दुर्व्यवहार किया गया है, उसकी कीमत मोदी सरकार और यूपी के मुख्यमंत्री को चुकानी पड़ेगी.

कैसे शुरू हुआ विवाद?

रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तय कार्यक्रम के तहत लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे. उन्हें रिसीव करने के लिए गाड़ियां जा रही थीं. ये गाड़ियां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की बताई गईं. रास्ते में तिकुनिया इलाके में किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इससे झड़प हो गई. बाद में ऐसा आरोप लगाया गया कि आशीष मिश्रा ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे 4 लोगों की मौत हो गई. किसानों की मौत के बाद मामला बढ़ गया और हिंसा भड़क गई. हिंसा में बीजेपी नेता के ड्राइवर समेत चार लोगों की मौत हो गई. कुल मिलाकर इस हिंसा में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है.

हिंसा के बाद क्या हुआ?

इस हिंसा के बाद हालात न बिगड़ें, इसे ध्यान में रखते हुए इंटरनेट बंद कर दिया गया. वहीं, केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ तिकुनिया थाने में केस दर्ज करवाया गया है.

पढ़ें- लखीमपुर खीरी हिंसा की सीएम गहलोत ने की निंदा, कहा- किसानों के साथ ऐसा क्रूर व्यवहार भाजपा की संस्कृति का परिचायक

दोषियों को बेनकाब करेगी सरकार : योगी आदित्यनाथ

यूपी सरकार द्वारा रविवार देर रात जारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में संलिप्त व्यक्ति के खिलाफ सरकार सख्त कार्यवाही करेगी. उन्होंने क्षेत्र के सभी लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों पर ही रहें और किसी के बहकावे में न आएं. उन्होंने लोगों से मौके पर शांति-व्यवस्था कायम रखने में योगदान देने का आह्वान किया है. योगी ने भरोसा दिलाया कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले मौके पर हो रही जांच तथा कार्यवाही का इंतजार करें.

क्या बोले केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा

इस पूरे मामले को लेकर गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 'किसानों के प्रदर्शन में शामिल कुछ उपद्रवियों तत्वों' ने भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं, एक चालक को पीट-पीट कर मार डाला. उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में घटनास्थल के पास मेरा बेटा मौजूद नहीं था, इसके वीडियो साक्ष्य हैं. गृह राज्यमंत्री ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की कार पर पथराव किया गया जिससे वाहन पलट गया, 2 लोगों की इसमें दबकर मौत हो गई, इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई.

Last Updated : Oct 4, 2021, 1:51 PM IST
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