जयपुर. कोरोना संकट के बाद लेबर एम्लॉयमेंट एक्सचेंज पोर्टल नियोजक-श्रमिक के बीच सेतु का काम कर रहा है. प्रदेश में इस पोर्टल पर 55 लाख से अधिक श्रमिकों का डेटा योग्यता सहित उपलब्ध है. करबी 2 लाख से अधिक लोगों ने पोर्टल पर विजिट किया है. पोर्टल के जरिए 2 हजार श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध हुए हैं. यह जानकारी श्रम मंत्री टीकाराम जुली ने दी.
श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि कोरोना काल के संकट के वक्त सबसे ज्यादा नुकसान मजदूर वर्ग को उठाना पड़ा है. इस कोरोना संकट के समय मजदूरों को पलायन तक करना पड़ा. हालांकि प्रदेश की सरकार की ओर से प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए राज कौशल एवं आजीविका संपर्क पोर्टल का शुभारंभ किया गया था. इसमें अब तक 55 लाख से अधिक श्रमिक और मजदूरों ने अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है.
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इस पोर्टल पर इन सभी श्रमिकों व मजदूरों की योग्यता सहित डाटा उपलब्ध है. राज्य में पंजीकृत उद्योग का विवरण भी इस पोर्टल पर उपलब्ध है. अधिक से अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए इस पोर्टल को शुरू किया गया था. अब तक इस पोर्टल पर 2 लाख से अधिक लोगों ने विजिट किया है. इस पोर्टल के माध्यम से 2,000 से अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध हुआ है. पोर्टल नियोजक एवं श्रमिकों के मध्य क्षेत्र के रूप में काम कर रहा है.
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साथ ही बताया कि इस पोर्टल पर जहां एक ओर श्रमिक अपनी योग्यता के अनुसार रोजगार प्राप्त कर सकता है. वहीं दूसरी ओर उद्योगपतियों को उनकी आवश्यकता अनुसार कुशल-अकुशल श्रमिक उपलब्ध होते हैं. श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि विभाग के सामने आर्थिक हालात को ठीक करना भी बड़ी चुनौती है. बता दें कि श्रम मंत्री टीकाराम जूली लॉकडाउन लागू होने के बाद सोमवार को पहली बार अधिकारियों के साथ में सचिवालय में बैठक कर रहे थे. हालांकि इससे पहले जो भी बैठक हुई, वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई थी.