जयपुर. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि रीट परीक्षा पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराई जाए. उन्होंने कहा कि कठोर कानून लाया जाए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति न हो.
उन्होंने कहा कि यदि मेरे आरोप सही साबित होते हैं तो जेईएन, एसआई और रीट की परीक्षा को रद्द करना चाहिए और दोबारा परीक्षा कराई जानी चाहिए. यदि आरोप गलत साबित होते हैं तो परीक्षाओं के रिजल्ट तैयार करने चाहिएं.
यदि कांग्रेस सरकार कहती है कि सीबीआई केंद्र का तोता है और यदि सीएम अपने आप को साफ सुथरा और संवेदनशील मानते हैं तो उन्हें इसकी सीबीआई से जांच करानी चाहिए. उन्होंने कहा कि कल ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत छाती ठोककर 15- 20 साल तक शासन करने की बात कही थी. यदि उन्हें 15-20 साल और राज करना है और शांति धारीवाल को फिर से यूडीएच मंत्री बनाना है तो उन्हें इस पूरे मामले की सीबीआई जांच करानी चाहिए.
मीणा ने कहा कि मेरे आरोपों की जांच एसओजी नहीं कर सकती. एसओजी न तो डीएस साइंस संस्थान पर हाथ डालेगी और न ही लक्ष्मणगढ़ और सीएमओ में. उन्होंने कहा कि जांच में यह घोटाला एमपी के सत्यम घोटाले से भी बड़ा घोटाला साबित होगा. किरोडी लाल मीणा ने कहा कि शनिवार को भाजपा के प्रभारी अरुण सिंह ने भी मुझे बुलाया था और इस पूरे मामले की जानकारी सबूतों के साथ उन्हें भी दी गयी है.
राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि आने वाले दिनों में भाजपा के सभी विधायक इस मामले को लेकर लेकर धरना देंगे, जिसकी तिथि बाद में तय होगी. फिलहाल मैं रीट परीक्षा को लेकर मेरा धरना स्थगित कर रहा हूं.