जयपुर. पेपर लीक का मामला एक बार फिर गरमा गया है. सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने सरकार को चेताया है कि पेपर लीक से जुड़े मामलों में जल्द संज्ञान नहीं लिया गया तो उन्हें मजबूरन बेरोजगारों की खातिर सड़क पर उतरने का फैसला करना पड़ेगा. एसआई, जेईएन और नीट भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक की खबरों से परेशान परीक्षार्थियों ने शुक्रवार को मीणा से उनके आवास पर मुलाकात की.
मीणा ने अभ्यार्थियों को आश्वस्त किया है कि उनकी मांगों के लिए वे हरदम लड़ने को तैयार हैं. किरोड़ी मीणा के आवास पर पहुंचे अभ्यर्थियों ने मीणा के समक्ष अपना दर्द साझा किया. लंबी चर्चा के बाद मीणा ने कहा कि वे इस बात से आहत हैं कि संगठित गिरोह बच्चों की कड़ी मेहनत पर डाका डाल रहे हैं. मीणा ने आरोप लगाया कि इस पर लगाम कसने की बजाय सरकार मामलों को दबाने में लग जाती है. सरकार ने दलालों को नौकरी और बेरोजगारों को धरना देने के लिए छोड़ दिया है.
प्रदेश में आगामी दिनों में रीट 2021 (REET 2021) और पटवारी की महत्वपूर्ण परीक्षाएं होनी है. यदि इन परीक्षाओं में भी इस प्रकार से धांधली हुई तो यह साफ हो जाएगा कि दलालों को सरकार का संरक्षण है. मीणा ने कहा कि यदि पेपर आउट हुए हैं तो परीक्षाएं तुरंत प्रभाव से रद्द हो. प्रदेश में कोई भी भर्ती हो, परीक्षा होते ही सोशल मीडिया पर पेपर आउट के वीडियो और फोटो वायरल होने लगते हैं.
मीणा ने कहा कि मामले की गंभीरता को समझकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस पर तुरंत संज्ञान लें. मीणा ने चेतावनी दी कि यदि समय पर पेपर लीक मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती है तो वह कोरोना गाइडलाइन के बावजूद सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे.