जयपुर. भर्तियों में हो रही कथित धांधली से आहत सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट विकास जाखड़ के भेजे गए राष्ट्रपति को इस्तीफे के मामले में सियासत शुरू हो गई है. भाजपा राज्यसभा सांसद किरोड़ लाल मीणा (Kirodi Lal Meena on Vikas Jakhar Resignation) ने इस मामले माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली और पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर निशाना साधा है. उन्होंने मुख्यमंत्री से परीक्षाओं में हुई अनियमितताओं की CBI जांच करवाने की मांग दोहराई है.
किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) ने इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा कि 'मुख्यमंत्री जी CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट विकास जाखड़ ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली qJ आपके प्रिय पूर्व शिक्षा मंत्री और वर्तमान में राजस्थान कांग्रेस के मुखिया गोविंद सिंह डोटासरा जी से आहत होकर राष्ट्रपति जी को इस्तीफा दिया है. मीणा ने लिखा कि मुख्यमंत्री जी मैं लंबे समय से प्रदेश के बेरोजगारों की ओर से आपसे निवेदन करता आया हूं कि REET, SI, JEN और अन्य भर्ती परीक्षाओं में हुई धांधली की सीबीआई जांच (exam paper leak in Rajasthan) हो, धांधली के सबूत भी मैंने मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक किए हैं.
मीणा ने कहा कि राजस्थान के इतिहास का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार आपके पूर्व शिक्षा मंत्री ने किया है, इसकी लपटें RPSC तक जा रही हैं. मीणा ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा आप तो कहते हो कि हर गलती कीमत मांगती है तो प्रदेशाध्यक्ष के इस्तीफे में देरी क्यों? CBI से जांच की अनुशंसा में देरी क्यों? शर्म की बात है कि इतने सबूत मिलने के बावजूद भी मुख्यमंत्री ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष का इस्तीफा नहीं लिया है. कहीं ऐसा तो नहीं कि जारोली की जांच होगी तो आप की सरकार भी गिरने के आसार हों? CBI जांच से डरने का यही कारण तो नहीं है?