जयपुर. अपने खास अंदाज के लिए मशहूर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने ओमीक्रोन को लेकर की गई अपनी भविष्यवाणी (Khachariyawas On Omicron) दोहराई. उन्होंने कहा- मेरी बात सही साबित हुई मैंने कहा था कि ओमिक्रोन पुराने वायरस को मारने के लिए आया है और डॉक्टर भी यही बात कह रहे हैं. खाचरियावास रविवार को सुभाष नगर में होम्योपैथिक चिकित्सालय का उद्घाटन करने पहुंचे थे.
सुभाष नगर शॉपिंग सेंटर के सामुदायिक केंद्र में एक होम्योपैथिक चिकित्सालय का उद्घाटन खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने किया. इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद रहे. दावा है कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को निशुल्क दवा दी जाएगी.पार्षद मनोज मुद्गल के वार्ड में यह होम्योपैथिक अस्पताल खोला गया है और स्थानीय लोगों के साथ अन्य जगह रहने वाले लोगों को भी इसका फायदा मिलेगा.
पढ़ें- Omicron हुआ बेलगाम : सख्ती की तैयारी में गहलोत सरकार, 3 जनवरी से लग सकती हैं यह पाबंदियां !
'नीयत के पीछे बरकत'
उद्घाटन के बाद मीडिया से रूबरू खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपनी सरकार और राजस्थान की जनता की पीठ थपथपाते हुए कहा कि ये उनकी नीयत का फल है. क्योंकि नीयत के पीछे बरकत होती है और यहां के लोगों ने कोरोना के समय भी चुनौतीपूर्ण कार्य किये. लोगों ने उस समय आम जनता के लिए रसोई भी चलाई. मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था भी यहां के लोगों ने की. दुनिया में जिंदगी और मौत दो ही सच्चाई है. कोरोना के बाद भी यदि हम लोग नहीं सुधरे तो इससे बड़ा पाप कुछ भी नहीं हो सकता. प्रदेश में गहलोत सरकार फ्री दवा देती है, फ्री इलाज और फ्री जांच कर रही है. विकास और वेलफेयर में हम लोग पहले स्थान पर हैं.
'मैं राजनीति की बात नहीं करता'
मैं राजनीति की बात नहीं करता लेकिन जनता से कहूंगा कि तराजू लेकर दोनों ही सरकारों के काम को तोले उसके बाद ही फैसला करें. वोटर को भी कहूंगा कि वह काम के आधार पर ही वोट दें, झूठ और एजेंडे के आधार पर वोट ना करें. एजेंडे के अनुसार कितना काम हुआ है उस पर वोट देना चाहिए. यदि मुझ में कमी है तो मुझे चुनौती दें और यदि सामने वाले में कमी है तो उसे रवाना करें.
उड़ा था मजाक
ओमीक्रोन को लेकर सवाल करने पर मंत्री खाचरियावास ने कहा कि डेढ़ महीने पहले जब मैंने ओमीक्रोन को लेकर अपनी बात कही थी तो मीडिया ने मेरा मजाक बनाया था. मैंने कहा था कि ओमीक्रोन पुराने वायरस को मारने के लिए आया है और आज डॉक्टर यही बात कह रहे हैं. खाचरियावास ने कहा कि ओमीक्रोन और पुराने वायरस में लड़ाई होगी, उससे क्या होगा यह नहीं पता. हमें सुधारने के लिए ही भगवान ने कोरोना भेजा था.हमने आपस में ही नफरतें पैदा कर दी है और मंदिर मस्जिद गुरुद्वारों और गिरिजाघरों में ताले लग गए.
कोरोना ईमानदारी से आया
कोरोना पूरी ईमानदारी से आया और उसने हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई में कोई भेदभाव नहीं किया. कोरोना सुधारने के लिए आया था और अभी भी समय है सुधर जाओ. खाचरियावास ने कहा कि उन नेताओं से दूर रहें जो बांट कर वोट लेना चाहते हैं. नेता वही होता है जो प्यार और प्रेम की भाषा सिखाए नफरत पैदा ना करें. काम के आधार पर ही राजनीति में आगे बढ़े उसे ही नेता कहते हैं.
ये भी पढ़ें- कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का खतरा, 3 जनवरी से स्कूल बंद करने की संभावना
समरसता का दिया संदेश
उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी को लागू हुए 75 वर्ष ही हुए हैं लेकिन हिंदुस्तान सालों से हैं. यह राम और कृष्ण का देश है राम राज्य में भी कोई भेदभाव नहीं था. ओमीक्रोन से बचने के के लिये कोविड गाइडलाइन की पालना जरूरी है और इस से डरना भी जरूरी है. डरने से ही हम ओमीक्रोन और कोरोना को हरा पाएंगे. स्कूलों कॉलेज बंद करने के लिए मैंने इसलिए कहा था कि कहीं ओमीक्रोन दूसरा रूप नहीं ले ले. अभी तक ओमीक्रोन खतरनाक नहीं है लेकिन कब खतरनाक हो जाए, इसका कोई पता नहीं है.