जयपुर. कांग्रेस में संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल बुधवार को जयपुर दौरे पर हैं. जयपुर के एक निजी होटल में ठहरे वेणुगोपाल से मुलाकात करने प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा पहुंचे. उसके बाद वेणुगोपाल मुख्यमंत्री आवास के लिए रवाना हो गए.
इससे पहले मीडिया से हुई बातचीत में केसी वेणुगोपाल ने जयपुर की सरप्राइज विजिट को लेकर कहा कि वह संसद के सत्र से पहले राज्यसभा में राजस्थान के कौन से ऐसे मुद्दे हैं, जिन्हें राज्यसभा में उठाना है और वह उनकी जानकारी लेने आए हैं. उन्होंने कहा कि पार्लियामेंट का सत्र शुरू होने वाला है. ऐसे में राजस्थान के राज्यसभा सांसद के तौर पर मुद्दे राज्यसभा में उठाने हैं. उनकी जानकारी राजस्थान के अधिकारियों और राजस्थान सरकार से वह लेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यसभा के साथ ही वह स्टैंडिंग कमेटी में भी राजस्थान के मुद्दे रखेंगे.
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उन्होंने कहा कि वे ट्रांसपोर्ट, टूरिज्म और कल्चर की स्टैंडिंग कमेटी में भी शामिल हैं और ये सब विभाग के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इसी बात का फीडबैक वह अधिकारियों और राजस्थान सरकार से लेंगे. वहीं राजस्थान के सियासी मुद्दों को सुलझाने के लिए बनाई गई कमेटी के कामकाज के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह कमेटी अपना काम कर रही है. उनका राजस्थान में आने का कोई राजनीतिक कारण नहीं है. केरल चुनाव को लेकर भी कोई विशेष चर्चा यहां मुख्यमंत्री से नहीं होगी. वेणुगोपाल ने मुख्यमंत्री आवास पर गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद हैं और वह मुख्यमंत्री से चर्चा किए.
वेणुगोपाल की गहलोत, डोटासरा और पायलट के साथ मुलाकात के निकल रहे राजनीतिक मायने
कांग्रेस के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल बुधवार को अपना एक दिवसीय दौरा पूरा कर वापस दिल्ली लौट गए, लेकिन इस दौरान उनकी एक के बाद एक नेताओं जिसमें प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से मुलाकात हुई, जो अपने आप में राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
कहा जा रहा है कि वेणुगोपाल सोनिया गांधी का मैसेज लेकर राजस्थान आए थे. दरअसल प्रदेश में अभी चाहे राजनीतिक नियुक्तियों की बात हो या कैबिनेट विस्तार की बात इन मुलाकातों को उसके साथ जोड़कर देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि पायलट खेमे से जो वादा किया गया था, उसकी अवधि ज्यादा हो चुकी है और अब जल्द ही राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार होना है.
हालांकि इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव जो फरवरी में होना है उसे राजस्थान की राजधानी जयपुर में ही करवा लिया जाए. गौरतलब है कि जयपुर ही वह जगह है जहां राहुल गांधी को पहली बार कांग्रेस पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया था. ऐसे में राजस्थान में क्योंकि कांग्रेस की सरकार है तो ऐसे में सुरक्षा से लेकर चुनाव के बाकी इंतजाम भी राजस्थान में आसानी से हो सकते हैं.