ETV Bharat / city

आलाकमान का संदेश लेकर आज CM गहलोत से मिलेंगे डीके शिवकुमार, बीते एक सप्ताह में 5 नेताओं की दिल्ली से जयपुर तक दौड़ - Rajasthan Cabinet Reshuffle

राजस्थान (Rajasthan) में मत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Reshuffle or Expansion) को लेकर आम सहमति बनाने के लिए दिल्ली से आलाकमान की भागदौड़ जारी है. केसी वेणुगोपाल, अजय माकन, ताम्रध्वज साहू और कुमारी शैलजा के बाद आज डीके शिवकुमार राजस्थान आ रहे हैं. बीते एक सप्ताह के भीतर 5 आला नेताओं की दिल्ली से जयपुर दौड़ इस बात की ओर इशारा है कि सियासी बदलाव को लेकर पेच फंसा हुआ है.

Karnataka congress chief DK Shivakumar
Karnataka congress chief DK Shivakumar
author img

By

Published : Aug 3, 2021, 7:51 AM IST

जयपुर. राजस्थान की राजनीति में मंत्रिमंडल विस्तार या पुनर्गठन को लेकर पेच फंसा हुआ नजर आ रहा है. पंजाब के बाद अब राजस्थान में कांग्रेस आलाकमान एक के बाद एक नेताओं के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना संदेश भिजवा रहा है.

रविवार रात को हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष कुमारी शैलजा जयपुर पहुंचीं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से 2 घंटे राजनीतिक चर्चा कर सोमवार सुबह दिल्ली लौट गईं. अब आलाकमान का मैसेज लेकर कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार मंगलवार को 12 बजे बेंगलुरु से जयपुर पहुंच रहे हैं. डीके शिवकुमार जयपुर पहुंचते ही सीधे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करेंगे और उन्हें कांग्रेस आलाकमान का संदेश देंगे शाम 4 बजे वापस दिल्ली लौट जाएंगे.

आला नेताओं के दौरे के सियासी मायने : राजस्थान में राष्ट्रीय कांग्रेस के नेताओं का एक के बाद एक जयपुर आना और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ चर्चा करना सीधे तौर पर यह संदेश दे रहा है कि संभावित कैबिनेट विस्तार या फेरबदल को लेकर पेच फंस गया है. जानकारों की मानें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि राजस्थान में कैबिनेट पुनर्गठन नहीं कर कैबिनेट का विस्तार कर दिया जाए जबकि आलाकमान चाहता है कि कैबिनेट का पुनर्गठन हो. नए सिरे से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कैबिनेट बनाएं.

पढ़ें: माकन का मानक तय : राजस्थान में कई मंत्री शिफ्ट होंगे संगठन में...माकन ने कह दिया- 'मैं ही दिल्ली'

आलाकमान सीधे तौर पर चाहता है कि कुछ मंत्रियों को संगठन में शामिल किया जाए तो नॉन परफॉर्मर मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आलाकमान के इस फॉर्मूले पर राजी नजर नहीं आ रहे. यही वजह है कि एक के बाद एक जयपुर भेजे जा रहे आलाकमान के दूत बीच का रास्ता निकालने का प्रयास कर रहे हैं.

1 सप्ताह में 5 नेताओं की दिल्ली से जयपुर तक दौड़ : राजस्थान में संभावित कैबिनेट विस्तार और पुनर्गठन को लेकर कवायद कितनी कितनी तेजी से चल रही है, इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि बीते एक सप्ताह के भीतर पार्टी आलाकमान के 5 टॉप नेता राजस्थान का दौरा कर चुके हैं. सबसे पहले 25 जुलाई को कांग्रेस के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल और राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन जयपुर आए और उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा की.

पढ़ें: सोनिया गांधी का खास संदेश लेकर जयपुर पहुंची कुमारी शैलजा, CM गहलोत से हुई सीक्रेट मुलाकात

इसके बाद कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अजय माकन ने 28, 29 और 30 जुलाई को 3 दिन जयपुर रहकर विधायकों से रायशुमारी कर नब्ज टटोली. रविवार 1 अगस्त को हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने जयपुर आकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मंत्रणा की और अब मंगलवार दोपहर 12:00 बजे कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करने जयपुर आ रहे हैं.

जयपुर. राजस्थान की राजनीति में मंत्रिमंडल विस्तार या पुनर्गठन को लेकर पेच फंसा हुआ नजर आ रहा है. पंजाब के बाद अब राजस्थान में कांग्रेस आलाकमान एक के बाद एक नेताओं के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना संदेश भिजवा रहा है.

रविवार रात को हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष कुमारी शैलजा जयपुर पहुंचीं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से 2 घंटे राजनीतिक चर्चा कर सोमवार सुबह दिल्ली लौट गईं. अब आलाकमान का मैसेज लेकर कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार मंगलवार को 12 बजे बेंगलुरु से जयपुर पहुंच रहे हैं. डीके शिवकुमार जयपुर पहुंचते ही सीधे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करेंगे और उन्हें कांग्रेस आलाकमान का संदेश देंगे शाम 4 बजे वापस दिल्ली लौट जाएंगे.

आला नेताओं के दौरे के सियासी मायने : राजस्थान में राष्ट्रीय कांग्रेस के नेताओं का एक के बाद एक जयपुर आना और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ चर्चा करना सीधे तौर पर यह संदेश दे रहा है कि संभावित कैबिनेट विस्तार या फेरबदल को लेकर पेच फंस गया है. जानकारों की मानें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि राजस्थान में कैबिनेट पुनर्गठन नहीं कर कैबिनेट का विस्तार कर दिया जाए जबकि आलाकमान चाहता है कि कैबिनेट का पुनर्गठन हो. नए सिरे से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कैबिनेट बनाएं.

पढ़ें: माकन का मानक तय : राजस्थान में कई मंत्री शिफ्ट होंगे संगठन में...माकन ने कह दिया- 'मैं ही दिल्ली'

आलाकमान सीधे तौर पर चाहता है कि कुछ मंत्रियों को संगठन में शामिल किया जाए तो नॉन परफॉर्मर मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आलाकमान के इस फॉर्मूले पर राजी नजर नहीं आ रहे. यही वजह है कि एक के बाद एक जयपुर भेजे जा रहे आलाकमान के दूत बीच का रास्ता निकालने का प्रयास कर रहे हैं.

1 सप्ताह में 5 नेताओं की दिल्ली से जयपुर तक दौड़ : राजस्थान में संभावित कैबिनेट विस्तार और पुनर्गठन को लेकर कवायद कितनी कितनी तेजी से चल रही है, इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि बीते एक सप्ताह के भीतर पार्टी आलाकमान के 5 टॉप नेता राजस्थान का दौरा कर चुके हैं. सबसे पहले 25 जुलाई को कांग्रेस के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल और राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन जयपुर आए और उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा की.

पढ़ें: सोनिया गांधी का खास संदेश लेकर जयपुर पहुंची कुमारी शैलजा, CM गहलोत से हुई सीक्रेट मुलाकात

इसके बाद कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अजय माकन ने 28, 29 और 30 जुलाई को 3 दिन जयपुर रहकर विधायकों से रायशुमारी कर नब्ज टटोली. रविवार 1 अगस्त को हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने जयपुर आकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मंत्रणा की और अब मंगलवार दोपहर 12:00 बजे कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करने जयपुर आ रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.