जयपुर. राजस्थान में अब सियासी संग्राम के बीच बसपा (बहुजन समाज पार्टी) के 6 विधायकों का कांग्रेस पार्टी में विलय भी हाईकोर्ट पहुंच गया है. हालांकि हाईकोर्ट में बसपा की याचिका में कुछ खामियां बताते हुए खारिज कर दिया है.
इस मामले पर ईटीवी भारत से बात करते हुए बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए करौली विधायक लाखन मीणा ने कहा कि बसपा भले ही हाईकोर्ट गई हो, लेकिन इसमें कुछ होने वाला नहीं है. हमने कानून सम्मत तरीके से कांग्रेस पार्टी में अपना विलय किया है. दो तिहाई सदस्यों की आवश्यकता संविधान के अनुसार होती है, लेकिन हमने 100 फीसदी सदस्यों के साथ विलय किया है.
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विधायक लाखन मीणा ने कहा कि इसी तरीके से साल 2008 में भी यह विलय किया गया था और बीएसपी कोर्ट में गई थी, लेकिन उस समय भी कुछ नहीं हुआ था. अंत में जाकर बसपा से कांग्रेस में गए विधायकों को ही जीत मिली थी. हाईकोर्ट में लगी याचिका को लेकर लखन मीणा ने कहा कि जिस तरीके से चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास भाजपा कर रही है, उसमें वह बसपा को भी साथ ले रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में आए हुए 9 महीने से ज्यादा हो चुका है और अब बसपा वालों को यह बात याद क्यों आ रही है.
विधायक लाखन मीणा ने कहा कि हमें हमारे क्षेत्र में विकास कराना है. जनता को विकास चाहिए इसलिए हमने खुद अपने स्तर पर यह निर्णय लिया. मीणा ने कहा कि पार्टी बदलना गलत नहीं है क्योंकि अगर हम जनता की सेवा ही नहीं कर पा रहे थे और वह अगर कांग्रेस में शामिल होकर कर सकें तो इसमें कुछ गलत नहीं है.