जयपुर. बाड़मेर के बहुचर्चित कमलेश प्रजापत एनकाउंटर मामले में प्रदेश की गहलोत सरकार, सीबीई को रिमाइंडर लेटर भेजेगी. बताया जा रहा है कि एक महीने बाद भी मामले में CBI का कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलने के बाद गृह विभाग रिमाइंडर लेटर लिखने की तैयारी कर रहा है.
सीएम गहलोत ने दी थी सीबीआई जांच की अनुमति
दरअसल, राजस्थान के बाड़मेर के कुख्यात तस्कर कमलेश प्रजापत एनकाउंटर मामले में लगातार उठ रहे सवालों और भारी विवाद के बाद राजस्थान सरकार ने आखिरकार 31 मई को मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया था. मुख्यमंत्री की अनुमति के बाद गृह विभाग प्रकरण की फाइल सीबीआई को भेजी दी थी.
गृह विभाग लिखेगा रिमाइंडर लेटर
सीएम की मंजूरी के बाद गृह विभाग ने सिफारिशी चिट्ठी, अधिसूचना और पूरे केस के दस्तावेज केंद्रीय कार्मिक लोक शिकायत मंत्रालय को भेजेगा दिया था, लेकिन लगभग एक महीने से ज्यादा के वक्त गुजर जाने के बाद भी मामले में सीबीई की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने पर अब राज्य सरकार रिमाइंडर लेटर लिख रही है. सूत्रों की मानें तो स्थानीय विधायकों और प्रजापत समाज के बढ़ते दबाव के बीच गृह विभाग सोमवार तक रिमाइंडर लेटर लिखेगा.
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प्रजापत समाज भी कर रहा था सीबीआई जांच की मांग
बता दें, कमलेश प्रजापत एनकाउंटर पहले दिन से ही सवालों के घेरे में रहा. पुलिस इस मामले में जो कहानी बता रही थी, उस पर किसी को यकीन नहीं हो रहा था. पचपदरा विधायक मदन प्रजापत सहित प्रजापत समाज के लोगों ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए इसकी सीबीआई जांच की मांग की थी.
मदन प्रजापत ने सीएम गहलोत से की थी मुलाकात
पिछले दिनों मदन प्रजापत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जयुपर में मुलाकात की थी. सीबीआई से जांच करवाने मांग की थी, जिस पर 31 मई को मुख्यमंत्री ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मंजूरी दे दी थी.
क्या था मामला
बता दें, 22 अप्रैल को बाड़मेर पुलिस को यह सूचना मिली थी कि तस्कर कमलेश प्रजापत अपने मकान में छुपा हुआ है. जिसके बाद पुलिस की टीम ने वहां दबिश दी थी. इसी दौरान कमलेश प्रजापत ने पुलिसवालों पर गाड़ी चढ़ाकर भागने की कोशिश की. पुलिस ने आत्मरक्षा में गोलीबारी की थी जिसमें कमलेश प्रजापत की मौत हो गयी थी.