जयपुर. कोरोना काल में राजस्थान के राजनेताओं में लेटर पॉलिटिक्स हावी है. बुधवार को भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को और सांसद दीया कुमारी ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा. सराफ ने लॉकडाउन की मार झेल रहे व्यापारियों के लिए आर्थिक पैकेज और कई प्रकार की छूट दिए जाने की मांग की तो वहीं दीया कुमारी ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी से राजस्थान विधानसभा परिसर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाने का आग्रह किया.
कालीचरण सराफ ने अपने पत्र के जरिए मुख्यमंत्री से बिजली के बिलों में हाउस टैक्स में और यूडी टैक्स में माफी और छूट की मांग के साथ ही बाजार खोलने का समय शाम 8 बजे तक करने की भी मांग की है. सराफ ने एक बयान जारी कर कहा कि महामारी के दौर में दो बार लगाए गए लॉक डाउन के कारण लगभग 15 महीनों से सारे काम धंधे बंद पड़े हैं, जिससे व्यापारी वर्ग की कमर टूट चुकी है. काम धंधा बंद होने के बावजूद कर्मचारियों की सैलेरी, पानी, बिजली के बिलों, बैंक ब्याज, जीएसटी, दुकान का किराया, घर खर्च और अन्य खर्ची के बोझ से व्यापारियों पर दोहरी मार पड़ी है, जिससे सैकड़ों व्यापारियों के अस्तित्व पर खतरा पैदा हो गया है. ऐसी विकट परिस्थितियों में व्यापारियों के पुनर्वास के लिए राज्य सरकार की ओर से उन्हें राहत पैकज और रियायतें देना जरूरी है.
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दीया कुमारी ने विधानसभा अध्यक्ष से किया ये आग्रह
भाजपा सांसद और प्रदेश महामंत्री दीया कुमारी ने विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी को पत्र लिखकर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा राजस्थान विधानसभा परिसर में लगाने का आग्रह किया है. दीया कुमारी ने अपने पत्र में लिखा की यह प्रतिमा एक चीर स्थाई स्मृति होगी और ये महानायक के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी. दीया कुमारी के अनुसार राजस्थान की भूमि के लिए बहुत गर्व की बात होगी और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित भी करेगी. सांसद ने अपने पत्र में लिखा कि महाराणा प्रताप की प्रतिमा संसद परिसर के द्वार 12 पर तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी की ओर से साल 2007 में अनावरित की गई थी, जिसमें महाराणा प्रताप के साथ झालामन, राणा पूंजा, भामाशाह और हकीम खां सूर की प्रतिमा भी लगी है और अब राम नगरी अयोध्या में भी महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगना प्रस्तावित हैय