जयपुर. पूर्व चिकित्सा मंत्री (Former Health Minister) और BJP के मौजूदा विधायक कालीचरण सराफ (MLA Kalicharan Saraf) ने SMS मेडिकल कॉलेज में संक्रमण फैलने के डर से स्टाफ में व्याप्त घबराहट पर चिंता व्यक्त की. साथ ही कहा कि कोरोना वॉरियर्स (Corona Warriors) में उत्पन्न निराशा दर्शाती है कि सरकार पूर्ण रूप से विफल हो चुकी है.
सराफ के अनुसार SMS Medical College प्रशासन का यह आदेश है कि पॉजिटिव पाए जाने वाला ही क्वॉरेंटाइन होगा. शेष स्टाफ वैसे ही कार्य करता रहेगा, इस कारण से जांच में लगे कर्मचारियों में और ज्यादा डर पैदा हो गया है. कॉलेज की लैब में स्टाफ ने काम करना तक बंद कर दिया था. स्टाफ का कहना है कि जब तक किसी मोहल्ले में कोई संक्रमित पाया जाता है तो पूरे मोहल्ले में कर्फ्यू (Curfew) लगाकर उसके सभी संपर्क को Quarantine किया जाता है तो यहां साथ काम करने वालों को क्यों नहीं किया गया. उनके अनुसार इससे संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ेगा.
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कालीचरण सराफ ने कहा कि कोरोना संक्रमण फैलने के डर से एसएमएस मेडिकल कॉलेज में सैंपल जांच का काम पूरी तरह ठप पड़ा है, जो कि चिंता का विषय है. पहले यहां करीब दो हजार रोजाना जांच होती थी. लेकिन पिछले 2 दिनों में 500 जांच ही हुई है, वो भी ज्यादातर स्टाफ की है. उनके अनुसार काम बंद होने से लगभग 5 हजार 500 जांच पेंडिंग है, जिसके कारण पॉजिटिव मामले में कमी देखी गई है.
जैसे ही जांच रिपोर्ट आएगी कोरोना का विस्फोट हो सकता है. सराफ ने कहा कि चिकित्सा मंत्री के उन दावों की भी पोल खुल गई है, जिसमें उन्होंने ये कहते हुए अपनी सरकार की पीठ थपथपाई थी कि प्रदेश में कोरोना जांच का दायरा बढ़ाकर 25 हजार कर दिया. जबकि राजधानी जयपुर के मेडिकल कॉलेज में ही जांच का काम ठप पड़ा है और 2 दिनों में लगभग 5 हजार 500 जांचे पेंडिंग हैं. सराफ ने मांग करते हुए कहा कि सरकार को जमीनी हकीकत देखते हुए तुरंत निर्णय लेना चाहिए, जिससे हमारे कोरोना वॉरियर्स निश्चित होकर अपना काम कर सकें.