जयपुर. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के बयान पर पलटवार करते हुए कालीचरण सराफ ने उन पर कटाक्ष किया है. सराफ ने कहा कि मंत्री रघु शर्मा की स्थिति खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी है. हमने चिकित्सा मंत्री पर सदन में महा झूठ के अपराधी होने का आरोप लगाया तो उनसे विधानसभा में जवाब देते नहीं बना. ऐसे में वो अब झूठे आरोप लगाकर विपक्ष की आवाज दबाना चाहते हैं, लेकिन विपक्ष की आवाज दबाना संभव नहीं है.
कालीचरण सराफ ने कहा कि मैं चिकित्सा मंत्री को बताना चाहता हूं कि मेरे बेटे के मामले में एसीबी की जांच हुई थी और एसीबी ने क्लीन चिट दी थी. मामला कोर्ट में भी गया था, जिसे कोर्ट ने रिजेक्ट कर दिया. सराफ ने कहा कि झूठे आरोप लगाकर रघु शर्मा आरोपों से निजात पाने की सोच रहे हैं तो यह उनकी गलतफहमी है. कालीचरण सराफ ने मंत्री रघु शर्मा को चुनौती देते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है. मेरे खिलाफ कोई भ्रष्टाचार का मामला है तो जांच करा लें. जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. मैंने विधानसभा में आमने-सामने आरोप लगाया तो जवाब नहीं दिया, अगर हिम्मत थी तो जवाब देते.
कालीचरण सराफ से पूछा गया कि स्पीकर खुद विपक्ष का काम कर रहे हैं और मंत्रियों को बोलने नहीं दे रहे हैं, तो सराफ ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष सदन का सर्वोच्च पद होता है. मैं उनके खिलाफ कुछ बोल नहीं सकता. आपको बता दें कि चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ और उनके बेटों पर घोटाले करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सराफ ने दोनों हाथों से लूटा है. अब उनके 5 साल के कार्यकाल की जांच कराई जाएगी.