जयपुर. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने प्रदेश सरकार पर कोरोना वैक्सीन डोज बर्बादी का आरोप लगाते हुए जुबानी हमला बोला है. दोनों ही नेताओं ने महामारी के इस दौर में वैक्सीनेशन की अत्याधिक बर्बादी की निंदा करते हुए प्रदेश सरकार के मुखिया और चिकित्सा मंत्री को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है.
कालीचरण सराफ ने एक बयान जारी कर कहा कि ना तो प्रदेश सरकार कोरोना टीका करण के प्रति गंभीर है. नाहीं कोविड-19 वाले राज्य कर्मचारियों के प्रति संवेदनशील. केंद्र सरकार बाहर आकर जारी करके वैक्सीन की बर्बादी के प्रति राज्यों को आधा कर रही है. लेकिन राजस्थान सरकार इस ओर ध्यान नहीं देती. इसपर उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद 16 जनवरी से 17 मई तक प्रदेश में साढ़े 11 लाख से ज्यादा वैक्सीन की डोज बर्बाद की जा चुकी है. जिनसे लाखों लोगों का टीकाकरण हो सकता था.
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प्रदेश सरकार से वैक्सीन की बर्बादी रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की और कोरोना से मौत पर अनुदान राशि और दावा पेश करने के लिए विभागों में नोडल अधिकारियों की तैनादगी करने की भी मांग की. वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी एक बयान जारी कर प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला बोला है. राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस ने कितना बदतर बना दिया है राजस्थान को कि अब सरकारी वेंटिलेटर किराए पर चलाए जा रहे हैं.
वहीं वैक्सीन कचरे के डिब्बे में नजर आ रहे हैं. राठौड़ ने कहा बहुत दुख होता है. इस प्रकार की तस्वीरें देखकर जहां वैक्सीन कचरे में पड़ी हुई है. राठौड़ के अनुसार 11.50 लाख वैक्सीन की डोज राजस्थान में बर्बाद कर दी गई. उन्होंने कहा यह राजस्थान की सरकार का कोविड मॉडल है लेकिन राजस्थान सरकार नंबर वन है. महिला उत्पीड़न, दलित अत्याचार और केंद्र कार को कोसने में.