जयपुर. राजधानी जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्कॉम में 27 अगस्त को हुई तकनीकी सहायक तृतीय भर्ती परीक्षा (Technical issue in JVVNL helper Exam) में हुई कथित धांधली मामले में डिस्कॉम को राहत मिली है. पांच केंद्रों में साइबर थ्रेड के चलते अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित हुए थे. अब एसओजी ने अपनी जांच में नकल के प्रयास की बात तो मानी लेकिन इसमें आरोपियों को सफलता नहीं मिलने की बात भी कही. अभिन्न पांच केंद्रों में जल्द ही वापस परीक्षा आयोजित की जाएगी.
दरअसल डिस्कॉम ने 1512 तकनीकी सहायक के पद पर दूसरे चरण की परीक्षा आयोजित (JVVNL Technical Helper Exam 2022) की थी. यह भर्ती परीक्षा प्रदेश के 9 जिलों में 64 केंद्रों पर रखी गई. इनमें विभिन्न संस्थाओं के 352 लैब रूम के 19,494 कंप्यूटर का इस्तेमाल किया गया. डिस्कॉम ने इतिहास में पहली बार इस परीक्षा में साइबर ऑडिट भी करवाई थी लेकिन जांच एजेंसियों को इस परीक्षा में एनीडेस्क सॉफ्टवेयर के जरिए साइबर थ्रेड प्लान करने की सूचना मिली. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया. सूचना के चलते हैं 5 परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थी परीक्षा देने से वंचित रह गए.
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इन परीक्षा केंद्रों में कानपुर इन्स्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट जयपुर, शंकरा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जयपुर, बीके आईटी ऑनलाइन एजुकेशन सेंटर कोटा, रुकमणी देवी ऑनलाइन एग्जाम सेंटर जयपुर और उत्कर्ष इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी जयपुर परीक्षा केंद्र शामिल हैं. इस मामले की एसओजी जांच के बाद अब एसओजी (Rajasthan engergy Department Exam) ने डिस्कॉम को पत्र लिखकर अपनी रिपोर्ट से अवगत करा दिया है. जिसके बाद अब जल्द ही इन परीक्षा केंद्रों में वापस परीक्षा का आयोजन कराया जाएगा. डिस्कॉम से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि डिस्कॉम चेयरमैन भास्कर ए सावंत अभी विदेश यात्रा पर हैं. उनके आने के बाद अगले सप्ताह तक इन परीक्षा केंद्रों में पुनः परीक्षा की तारीख घोषित कर दी जाएगी.