जयपुर. जेईएन भर्ती 2020 (JEN Recruitment 2020) की अधिसूचना जनवरी 2020 में जारी जारी की गई थी और कोरोना के कारण दिसंबर 2020 में इसकी परीक्षा आयोजित हुई थी. लेकिन पेपर लीक (Paper Leak) होने के कारण यह परीक्षा रद्द कर दी गई. इसके बाद दूसरे लॉकडाउन (Corona Pandemic) के बाद 12 सितंबर को यह परीक्षा आयोजित हुई और अब अभ्यर्थी इस परीक्षा के रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं.
अभ्यर्थियों की मांग है कि जिस तरह से अन्य भर्तियों में सरकार ने पदों की संख्या बढ़ाई है, उसी तरह से जेईएन भर्ती 2020 में भी पदों की संख्या बढ़ाई जाए. उन्होंने कहा कि पीएचईडी (PHED) ने इस संबंध में अपनी सहमति दे दी है और सहमति पत्र भी बोर्ड को भेजा जा चुका है. कर्मचारी चयन बोर्ड को अब इस संबंध में फैसला करना है.
पीएचईडी विभाग ने 368 पदों की अभ्यर्थना कर्मचारी चयन बोर्ड को 30 अगस्त 2021 को भेजी थी और अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं कि यह पद जेईएन भर्ती 2020 में शामिल किए जाएं. उन्होंने कहा कि इसी तरह से कई विभाग हैं, जिसमें अभी भी कनिष्ठ अभियंताओं के पद खाली पड़े हैं. पंचायती राज विभाग में कनिष्ठ अभियंताओं के 2100, नगर निगम में कनिष्ठ अभियंताओं 181 और सहायक अभियंताओं के 41, आवासन मंडल में कनिष्ठ अभियंताओं के 162, रीको में कनिष्ठ अभियंता और सहायक अभियंताओं के 50, जन स्वास्थ्य एवं अभियंत्रिकी विभाग में कनिष्ठ अभियंताओं के सहायक अभियंताओं के, कनिष्ठ अभियंताओं के 617 एवं सहायक अभियंताओं के 1001 और सार्वजनिक निर्माण विभाग में कनिष्ठ अभियंता व सहायक अभियंताओं के 1000 पद खाली पड़े हैं.
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अभ्यर्थी लोकेंद्र मीणा ने बताया कि जेईएन भर्ती 2020 की भर्ती प्रक्रिया को चलते हुए 2 साल हो चुके हैं. इस दौरान पटवार और कृषि पर्यवेक्षक जैसी भर्तियों में दोगुनी से भी ज्यादा पद बढ़ाए गए हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान में लगभग 200 अभियांत्रिकी महाविद्यालय है और अभियंताओं की भर्ती 5 साल में एक बार आती है. वर्तमान में जो भर्ती प्रक्रिया है उसमें सिर्फ 553 पद हैं. इसलिए जेईएन भर्ती 2020 में पदों की संख्या बढ़ाई जाए.