जयपुर. बीते शनिवार को 4 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किए गए जेसीटीएसएल के एमडी वीरेंद्र वर्मा को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है. कार्मिक विभाग ने देर रात ही इस संबंध में आदेश जारी किए थे. निलंबन के दौरान विरेंद्र कुमार का कार्मिक विभाग में उपस्थिति देनी होगी. कार्मिक विभाग ने आदेशों में लिखा कि रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किए गए वीरेंद्र कुमार वर्मा 48 घंटे से भी ज्यादा समय से न्यायिक अभिरक्षा में है. ऐसे में उन को निलंबित किया गया है.
बता दें कि एसीबी ने बीते शनिवार को एसीबी ने जेसीटीएसएल के एमडी और एक सहायक लेखा अधिकारी को 4 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही रिश्वत देने वाले दिल्ली के एक निजी ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक को भी गिरफ्तार किया गया था. एसीबी को काफी लंबे समय से जेसीटीएसएल में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थी. शनिवार सुबह ही जयपुर के निवासियों के लिए जेसीटीएसएल की तरफ से 50 नई मिनी बसों का संचालन शुरू किया गया था.
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इन बसों को नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. थाइस दौरान जेसीटीएसएल के एमडी वीरेंद्र वर्मा ने मंत्री शांति धारीवाल के साथ मिलकर नई मिनी बसों की शुरुआत होने पर ताली बजाई. यही नहीं बसों की संचालन को लेकर जेसीटीएसएल के एमडी वीरेंद्र वर्मा ने मंत्री शांति धारीवाल को तमाम जानकारी भी दी थी. नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल को भी इस बात की भनक नहीं थी कि जिन 50 नई मिनी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर रहे हैं. उसकी बुनियाद ही भ्रष्टाचार पर रखी गई है.